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झारखण्ड: झारखंड में पुलिस की कथित लापरवाही और अवैध गतिविधियों पर उठे सवाल
- Photo by : social media
संक्षेप
झारखण्ड: राज्य में पुलिस प्रशासन की कथित लापरवाही और अवैध गतिविधियों में संलिप्तता को लेकर स्थानीय जनता में गुस्सा और चिंता बढ़ रही है। मधुपुर और देवघर क्षेत्रों में पुलिस कर्मियों की कथित मनमानी और प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के आरोप सामने आ रहे हैं।
विस्तार
झारखण्ड: राज्य में पुलिस प्रशासन की कथित लापरवाही और अवैध गतिविधियों में संलिप्तता को लेकर स्थानीय जनता में गुस्सा और चिंता बढ़ रही है। मधुपुर और देवघर क्षेत्रों में पुलिस कर्मियों की कथित मनमानी और प्रशासनिक अधिकारियों की अनदेखी के आरोप सामने आ रहे हैं। स्थानीय लोगों का दावा है कि पुलिस कर्मी अपने निर्धारित समय से पहले थाना और कंट्रोल रूम से गायब रहते हैं, जिससे अपराधियों को बढ़ावा मिल रहा है। अवैध कारोबार में कथित संलिप्तता: मधुपुर और देवघर में अवैध शराब, मिलावटी मसाला, घी, तेल, बेसन और आटा की तस्करी की गतिविधियों में पुलिस कर्मियों की कथित संलिप्तता की शिकायतें मिल रही हैं। सूचना देने वालों के साथ कथित भेदभाव: जो लोग इन अवैध गतिविधियों की सूचना देने का प्रयास करते हैं, उनके फोन कथित रूप से ब्लॉक कर दिए जाते हैं, जिससे उनकी आवाज दबाने का आरोप है। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पुलिस प्रशासन की इस लापरवाही और कथित संलिप्तता के कारण अपराधियों के हौसले बुलंद हैं, और आम जनता असुरक्षित महसूस कर रही है। वे मांग कर रहे हैं कि उच्च अधिकारियों और मंत्रियों को इस मामले में सख्त कदम उठाने चाहिए। प्रशासन और संबंधित मंत्रियों पर आरोप है कि वे इन गंभीर मुद्दों पर कार्रवाई करने में विफल रहे हैं, जिससे अवैध गतिविधियों में वृद्धि हो रही है। स्थानीय लोग आशा व्यक्त कर रहे हैं कि आगामी होली के बाद कंट्रोल रूम और डीजीपी कार्यालय इस मामले में उचित कार्रवाई करेंगे। यह समाचार स्थानीय नागरिकों की शिकायतों और आरोपों पर आधारित है। अधिकारी और संबंधित पक्षों से प्रतिक्रिया प्राप्त होने पर समाचार में अपडेट किया जाएगा।