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उत्तर प्रदेश: आजीवन अविवाहित रहकर सामाजिक आंदोलन को समर्पित करेंगे जीवन
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संक्षेप
उत्तर प्रदेश: राजनीति से पूरी तरह विदा ले चुके राहुल नवरंग ने आज देवास में अपना बड़ा ऐलान किया उन्होंने दृढ़ स्वर में कहा, “मैं अपना घर नहीं बसाऊँगा, न संपत्ति जोड़ूँगा, परिवार में मौत पर भी नहीं जाऊँगा, मैं वापस घर लौटकर नहीं जाऊँगा, मैं शादी नहीं करूँगा, आजीवन कुंवारा रहूँगा उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गया, जहाँ कई लोगों ने उनके दृढ़ संकल्प की सराहना की, तो कुछ ने इस अडिग फैसले पर सवाल उठाए व्यक्तिगत संकल्प और सामाजिक मिशन
विस्तार
उत्तर प्रदेश: राजनीति से पूरी तरह विदा ले चुके राहुल नवरंग ने आज देवास में अपना बड़ा ऐलान किया उन्होंने दृढ़ स्वर में कहा, “मैं अपना घर नहीं बसाऊँगा, न संपत्ति जोड़ूँगा, परिवार में मौत पर भी नहीं जाऊँगा, मैं वापस घर लौटकर नहीं जाऊँगा, मैं शादी नहीं करूँगा, आजीवन कुंवारा रहूँगा उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तुरंत वायरल हो गया, जहाँ कई लोगों ने उनके दृढ़ संकल्प की सराहना की, तो कुछ ने इस अडिग फैसले पर सवाल उठाए व्यक्तिगत संकल्प और सामाजिक मिशन मिशन महाराजा बलिसेना राहुल नवरंग मिशन महाराजा बलिसेना के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं यह संगठन देवास में मुख्यालयित है और महाराजा बली की विरासत को आगे बढ़ाते हुए सामाजिक जागरूकता, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करता है। संगठन का मुख्य उद्देश्य बहुजन समाज के अधिकारों की रक्षा और सामाजिक असमानता के खिलाफ आवाज़ उठाना है राहुल नवरंग ने कहा, “हमारा मिशन केवल एक विचार नहीं, बल्कि एक आंदोलन है जो समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलता है
राहुल नवरंग ने अपने निर्णय के पीछे अपने आदर्शों को कारण बताया उन्होंने कहा, “मैंने अपना पूरा जीवन बाबा साहब भीमराव अंबेडकर, बुद्ध चक्रवर्ती सम्राट महाराज बली जी व मान्यवर काशीराम साहब के सामाजिक आंदोलन को समर्पित कर दिया है मैं उन महान व्यक्तियों के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए अपना सब कुछ छोड़ने को तैयार हूँ उनका मानना है कि व्यक्तिगत संपत्ति, घर और पारिवारिक बंधन उन्हें इस मिशन से विचलित कर सकते हैं, इसलिए उन्होंने यह रास्ता चुना है।
मान्यवर काशीराम साहब का उदाहरण मान्यवर काशीराम साहब ने भी अपने घर‑परिवार को छोड़ कर समाज की सेवा की थी राहुल नवरंग ने कहा, “काशीराम साहब की तरह मैं भी अपना सब कुछ छोड़ने को तैयार हूँ, क्योंकि बहुजन समाज के उत्थान से बड़ा कोई लक्ष्य नहीं है, राहुल नवरंग के इस कदम ने राजनीतिक हल्के में भी चर्चा तेज़ कर दी है कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम उनकी सार्वजनिक छवि को और मजबूत करेगा, जबकि अन्य इसे सामाजिक मुद्दों में अधिक सक्रिय रहने की रणनीति मानते हैं सोशल मीडिया पर राहुलनवरंग ट्रेंड कर रहा है, जहाँ लोग उनके आत्म‑त्याग को प्रेरणा मान रहे हैं।
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