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अजमेर दरगाह सूफी संत हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के उर्स का आग़ाज़ 18 जनवरी को अदा हुई झंडे की रस्म
18 जनवरी को अदा हुई झंडे की रस्म - Photo by : NCR Samachar
संक्षेप
विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के बुलंद दरवाज़ा पर झंडा लगा कर उर्स का आगाज़ हो गया है, जोकि भीलवाड़ा से ये झंडा गौरी परिवार द्वारा लाया जाता है।
विस्तार
विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हज़रत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के बुलंद दरवाज़ा पर झंडा लगा कर उर्स का आगाज़ हो गया है, जोकि भीलवाड़ा से ये झंडा गौरी परिवार द्वारा लाया जाता है। इस दौरान सूफियाना कलाम पेश किए गए और 25 बार तोपों की सलामी होगी भीलवाड़ा का गोरी परिवार सोमवार को झंडा लेकर अजमेर पहुंचा था, जिसको आज दरगाह के बुलंद दरवाज़े पर लगाया गया। इसके साथ ही सालाना उर्स की अनौपचारिक शुरुआत हो जाएगी। रजब महीने का चांद दिखाई देने पर उर्स की विधिवत शुरुआत 22 जनवरी से होगी। इसी दिन जन्नती दरवाजा जियारत के लिए खोला जाएगा। उर्स को लेकर जायरीन के लिए दरगाह कमेटी और जिला प्रशासन के पुख्ता इंतजाम रखे गए है। ख्वाजा गरीब नवाज के 811वें उर्स का झंडा 18 को 25 तोपों की सलामी के साथ चढ़ाया गया।
इस वर्ष उर्स में बड़ी संख्या में जायरीन के शामिल होने की उम्मीद की जा रही है। सुरक्षा के लिए 2 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।