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राजस्थान: जन्म-मृत्यु पंजीकरण की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित
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संक्षेप
राजस्थान: नागौर जिले में जन्म-मृत्यु पंजीकरण की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें जिला कलेक्टर ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण की प्रक्रिया एवं जिले में रजिस्ट्रार इकाइयों की जानकारी ली तथा पहचान पोर्टल पर जन्म-मृत्यु एवं विवाह पंजीयन कार्य की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने ई-मित्र, आमजन तथा ई-साइन के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की समीक्षा करते हुए लंबित प्रकरणों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए।
विस्तार
राजस्थान: नागौर जिले में जन्म-मृत्यु पंजीकरण की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित की अध्यक्षता में आयोजित की गई। जिसमें जिला कलेक्टर ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण की प्रक्रिया एवं जिले में रजिस्ट्रार इकाइयों की जानकारी ली तथा पहचान पोर्टल पर जन्म-मृत्यु एवं विवाह पंजीयन कार्य की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने ई-मित्र, आमजन तथा ई-साइन के लंबित प्रकरणों के निस्तारण की समीक्षा करते हुए लंबित प्रकरणों को शीघ्र निपटाने के निर्देश दिए।
बैठक में आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग के सहायक निदेशक ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में वर्तमान में जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण के लिए ग्रामीण क्षेत्र में 261 ग्राम पंचायतें व शहरी क्षेत्र में 7 नगरीय निकाय रजिस्ट्रार के रूप में कार्य कर रहे हैं। जिले में 85 चिकित्सा संस्थान को उप रजिस्ट्रार नियुक्त किया गया है जो अपने चिकित्सा संस्थान पर घटित जन्म-मृत्यु की घटनाओं का अपने चिकित्सा संस्थान पर पहचान वेब पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन जानकारी इंद्राज कर जन्म एवं मृत्यु का प्रमाण पत्र जारी करते हैं।
जिस पर जिला कलेक्टर ने जिला परिषद सीईओ को निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी अस्पताल में जन्म लेने वाले बच्चों का तुरंत प्रमाण पत्र जारी करें। वहीं ग्रामीण क्षेत्र में ग्राम विकास अधिकारी इसकी प्रभावी मॉनिटरिंग करते हुए जन्म प्रमाण पत्र के लिए आने वाले आवेदन का तुरंत निस्तारण करें। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसी भी संस्थान में अधिकारी द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्र समय पर प्रिंट निकालकर रखे तथा संबंधित को सूचना देखकर उन्हें समय पर सौंपे।
प्रत्येक ग्राम पंचायत में रजिस्ट्रार/ग्राम विकास अधिकारी तथा नगरीय निकाय क्षेत्र में संबंधित कार्यालय अधिकारी प्रमाण पत्र का प्रिंट आउट निकालकर लंबित प्रकरणों का निस्तारण करें। इस दौरान उन्होंने पहचान एप्प से प्रमाण पत्र के लिए रजिस्ट्रेशन करने संबंधी जानकारी का प्रचार प्रसार करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में शादी वाले घर पर जाकर ग्राम विकास अधिकारी आवश्यक जानकारी उपलब्ध करवाएं तथा विवाह प्रमाण पत्र के लिए पंजीयन प्रक्रिया समय पर करवाना सुनिश्चित करें। इस दौरान उन्होंने सीएमएचओ को निर्देश देते हुए कहा कि निजी अस्पतालों को भी पत्र लेकर जन्म मृत्यु की सूचना समय पर लेकर सूची उपलब्ध करवाएं।
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