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हरियाणा: सीजेएम ने ट्रांसजेंडर समुदाय को संविधानिक अधिकारों की जानकारी दी, भेदभाव रोकने का संदेश
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संक्षेप
हरियाणा: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नीलम कुमारी ने आज एडीआर सेंटर में ट्रांसजेंडर (किन्नर) समुदाय के साथ बैठक की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक
विस्तार
हरियाणा: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नीलम कुमारी ने आज एडीआर सेंटर में ट्रांसजेंडर (किन्नर) समुदाय के साथ बैठक की। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नीलम कुमारी ने उनको मौलिक अधिकारों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि समानता का अधिकार भारतीय संविधान के अनुच्छेद 14 के अनुसार, लिंग के आधार पर कोई भेदभाव नहीं किया जा सकता है। कानून के समक्ष सभी समान हैं। भेदभाव का निषेध- ट्रांसजेंडर व्यक्ति अधिनियम की धारा 3 शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सेवा, सार्वजनिक सेवाओं, निवास और आवाजाही में भेदभाव से सुरक्षित हैं। साथ ही मैडम सीजेएम ने बताया कि किन्नर समाज के अधिकारों में संविधान के तहत समानता, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सेवा और सम्मानजनक जीवन जीने का अधिकार शामिल है। ट्रांसजेंडर व्यक्ति ( अधिकारों का संरक्षण) अधिनियम, 2019 के तहत उन्हें यौन शोषण, जबरन मजदूरी और भेदभाव जैसे अपरोधों से सुरक्षा मिलती है। “न्याय और सम्मान” के तहत आयोजित किया गया। यह मुहिम पूरे दिसंबर चलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि कमजोर वर्ग के किसी भी नागरीक को न्याय प्राप्त करने में परेशानी ना हो। उन्होंने 13 दिसंबर को होने वाली राष्ट्रीय लोक अदालत के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नालसा हेल्पलाइन नम्बर 15100 और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण नारनौल हेल्पलाइन नम्बर 01282-250322 पर फोन कर भी कानूनी जानकारी ले सकता हैं। इस अवसर पर प्रशिक्षु न्याययिक अधिकारी राकेश गौरव व निशा मौजूद थी। फोटो-ट्रांसजेंडर (किन्नर) समुदाय के साथ बैठक करती सीजेएम नीलम कुमारी। अंतराष्ट्रीय विकलांग दिवस के अवसर पर दिव्यांगों को किए कृत्रिम अंग वितरित हर व्यक्ति के पास अद्वितीय प्रतिभाएं, इन्हें पहचानें सीजेएम नीलम कुमारी दिव्यांगज अपनी क्षमताओं पर पर ध्यान केंद्रित करें न कि अपनी अक्षमताओं पर। प्रत्येक व्यक्ति के पास अद्वितीय प्रतिभाएं होती हैं, और यह समाज का दायित्व है कि वह इन प्रतिभाओं को पहचान कर उन्हें निखारने का अवसर प्रदान करें। यह बात जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी नीलम कुमारी ने अंतराष्ट्रीय विकलांग दिवस के अवसर पर आज जिला रेडक्रास कार्यालय में स्थित प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र में एलिम्को के सहयोग से दिव्यांगों को कृत्रिम अंग वितरित करते हुए बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कही। इस मौके पर सीजेएम नीलम कुमारी ने 40 दिव्यांगजनों व वरिष्ठ नागरिक को सहायक उपकरण वितरित किए।
यह कार्यक्रम हालसा द्वारा चलाई गई मुहिम स्वीकार
उन्होंने कहा कि प्राधिकरण का लक्ष्य ये सुनिश्चित करना है कि कमजोर वर्ग के किसी भी नागरिक को न्याय प्राप्त करने में परेशानी ना हो। उन्होंने दिव्यांगजनों से आह्वान किया कि उनको किसी प्रकार की कानूनी जानकारी लेनी है तो वह किसी भी कार्य दिवस को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यालय में आकर निशुल्क कानूनी जानकारी ले सकते हैं। इस मौके पर प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र से डॉ प्रिया चौधरी ने दिव्यांगों व वरिष्ठ नागरिकों से आह्वान किया कि अगर उनको किसी प्रकार के सहायक उपकरण की जरूरत है तो वह किसी भी कार्य दिवस को जिला रेड क्रॉस कार्यालय में स्थित प्रधानमंत्री दिव्याशा केंद्र में आकर निशुल्क सहायक उपकरण ले सकते हैं।
इस अवसर पर प्रशिक्षु न्यायिक अधिकारी राकेश गौरव व निशा मौजूद थी।
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