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डॉक्टर भीमराव अंबेडकर रचित भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से लागू नहीं किया जाता
भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से लागू नहीं किया जाता - Photo by : NCR Samachar
संक्षेप
उत्तर प्रदेश में पूर्ण रूप से नहीं अपनाया जाएगा तब तक भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता। ठीक वैसे ही भारत के प्रत्येक नागरिक का विकास तभी संभव है जब बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर रचित भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से लागू नहीं किया जाता
विस्तार
उत्तर प्रदेश में पूर्ण रूप से नहीं अपनाया जाएगा तब तक भारत विश्व गुरु नहीं बन सकता। ठीक वैसे ही भारत के प्रत्येक नागरिक का विकास तभी संभव है जब बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर रचित भारतीय संविधान को पूर्ण रूप से लागू नहीं किया जाता अर्थात हमे तथागत बुद्ध डॉ अम्बेडकर जी के बताए रास्ते पर चलना ही होगा। विशिष्ट अतिथि सवेन्द्र सिंह, सतपाल सिंह आदि ने भी विचार रखे। अध्यक्षता करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष रूप सिंह भारती ने उपस्थित सभी सदस्यों व पदाधिकारियों को धन से संगठन का सहयोग करना मनमोहन सिंह, बी.पी सिंह आर्य होगा। ज्ञातव्य है कि जब तक आरपी सिंह, अनिल कुमार, गुड़ सामाजिक संगठना सामाजिक अजीत, मुकेश, डॉ कैलाश कुमार, आंदोलन मजबूत नहीं होगा तब तक पूनम रीपू, रजनी, मनीषा, कनक समाज व भारती आदि लोग मौजूद रहे। क्योंकि संगठन के माध्यम से ही श्रद्धेय बी.पी. भीरो ज्योति समाज के शाषित पीड़ित लोगों की लड़ाई लड़ी जा सकती है। प्रत्येक नागरिक को न्याय दिलाया जा सकता है अन्यथा पूंजीवादी व्यवस्था के पक्ष एडवोकेट त्रिलोक चन्द्र दिवाकर चौर लोग गरीब आदमी की रोजी-रोटी छीन लेते हैं। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संगठन के संरक्षक व संस्थापक ई. रामचन्द्र की पत्नी कमलेश, अशोक कुमार निमेष चंदन रजनी भारती मुरादाबाद डॉ अंबेडकर पार्क सिविल लाइन मुरादाबाद में डॉक्टर अंबेडकर मेमोरियल कमेटी उत्तर प्रदेश रजिस्टर्ड मुख्यालय मुरादाबाद का 43वां प्रातीय सम्मेलन आयोजित किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता रूप सिंह भारती ने की एवं संचालन दश बहादुर ने किया। सम्मेलन में मुख्य अतिथि पूज्य मते वी.पी. धीरो ज्याति जी ने तथागत बुद्ध यहाँ अंबेडकर जी के विचारों पर बा व्याख्यान दिया जिसमे कहा गया कि जब तक देश में बुद्ध के विचारों को को सकला दिलाया कि हमें तन मन सिंह रैदास, हरजीत सिंह दिवाकर सम्मानित किया गया। भीम रत्न अवार्ड, श्रद्धेय और सिंह, हरिजीम सागर तथा डॉक्टर कैलास कुमार, को डॉक्टर अबेडकर गौरव, अवार्ड तथा वंश बहादुर, सतीश प्रेमी, मदनलाल कुरील, मक्खन सिंह, मोहन बौद्ध, को डॉक्टर अंबेडकर सद्भावना अवार्ड तथा कैलाशो देवी तथा हरभजन लाल को डॉक्टर असकर शतक वीर अवार्ड देकर सम्मानित किया गया।
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