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जम्मू कश्मीर में कश्मीरी पंडित महिला टीचर रजनी बाला के सिर में गोली मारकर हत्या
महिला टीचर रजनी बाला की हत्या - Photo by : Ncr Samachar
संक्षेप
आतंकियों ने इसी महीने में दूसरी बार किसी गैर मुस्लिम सरकारी कर्मचारी को अपना निशाना बनाया है। रजनी की मौत के बाद उनके पति ने मुख्य शिक्षा अधिकारी पर अपनी पत्नी के कुलगाम जिले से स्थानान्तरण करने में देर लगाने का आरोप लगाया है
विस्तार
जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने इसी महीने में दूसरी बार किसी गैर मुस्लिम सरकारी कर्मचारी को अपना निशाना बनाया है। रजनी की मौत के बाद उनके पति ने मुख्य शिक्षा अधिकारी पर अपनी पत्नी के कुलगाम जिले से स्थानान्तरण करने में देर लगाने का आरोप लगाया है, उनका कहना था कि पहली मौत के बाद ही रजनी ने 4 बार सी.ई.ओ के पास स्थानान्तरण की अपील की थी, लेकिन सी.ई.ओ ने उनकी प्रार्थना को कोई तरजीह नहीं दी। बता दे कि रजनी बाली रोज की तरह अपने पति राजकुमार के साथ स्कूल पहुंची थीं। राजकुमार उन्हें छोड़कर वहां से निकल गए। इसके बाद वे पैदल ही स्कूल की तरफ निकल पड़ीं। बस स्टॉप से उनका स्कूल अधिक दूर नहीं था। वहां एक दुकानदार से उन्होंने नमस्ते बोलकर कहा कि उन्हें आज ट्रांसफर का आदेश मिल जाएगा। इस पर दुकानदार ने मुस्कराते हुए कहा कि यह तो अच्छा हुआ, लेकिन जब आप यहां से चली जाओगी, तो मुझे भैया कौन कहेगा। रजनी की मौत के बाद कश्मीरी पंडितों में आक्रोश और बढ़ गया है। उनका कहना है कि अगर उन्हें अगले 24 घंटे में किसी सुरक्षित जगह पर नहीं पहुंचाया गया तो घाटी से बड़े पैमाने पर पलायन होगा। सैंकड़ों कश्मीरी पंडितों ने खुद के पुनर्वास की मांग को लेकर कुलगाम और श्रीनगर हाइवे को जाम कर दिया था। इस दौरान उन्होंने उपराज्यपाल के विरोध में नारे लगाते हुए न्याय की मांग की, दरअसल केंद्र सरकार ने 6 अप्रैल को संसद में जानकारी दी थी कि 2021 में कश्मीर में अल्पसंख्यक समुदाय से संबंधित लोगों की हत्या चरम पर थी. 2019 से 14 हिंदुओं को आतंकवादियों ने मौत के घाट उतार दिया था, इसमें 4 कश्मीरी पंडित थे। सभी हत्याएं अनंतनाग, श्रीनगर, पुलवामा और कुलगाम जिले में दर्ज की गईं है। गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि आतंकवादियों ने जम्मू कश्मीर में पिछले पांच सालों में अल्पसंख्यक समुदाय के करीब 34 लोगों की हत्या की है, जिसमें 2021 में मारे गए 11 लोग भी शामिल हैं। 17 मई 2022: आतंकियों ने बारामुला जिले के दीवान बाग इलाके में नई खुली शराब की दुकान पर ग्रेनेड फेंक दिया था। इस हमले में 52 साल के रंजीत सिंह की मौत हो गई और तीन लोग बुरी तरह से घायल हुए थे। 12 मई 2022ः सरकारी कर्मचारी राहुल भट को आतंकवादियों ने मध्य कश्मीर के बड़गाम जिले के चडूरा शहर के तहसील कार्यालय के अंदर गोली मार दी। उन्हें 2010-11 में प्रवासियों के लिए दिए गए विशेष पैकेज के तहत यहां क्लर्क की नौकरी मिली थी कश्मीरी पंडितों ने मंगलवार को प्रदर्शन करते हुए सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। बता दें कि कुलगाम जिले के गोपालपोरा इलाके में मंगलवार को आतंकवादियों ने एक प्रवासी कश्मीरी पंडित महिला टीचर रजनी बाला (Migrant Kashmiri Pandit teacher Rajni Bala shot dead) के सिर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। रजनी बाला जम्मू के सांबा जिले की रहने वाली थीं। वे कुलगाम के गोपालपोरा के एक सरकारी स्कूल में टीचर थीं। मई में एक गैर-मुस्लिम सरकारी कर्मचारी की यह दूसरी हत्या है, जबकि मई में कश्मीर में सातवीं टॉर्गेट किलिंग है। पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, इस भीषण आतंकी अपराध (gruesome terror crime) में शामिल लोगों की जल्द ही पहचान कर उन्हें बेअसर कर दिया जाएगा।
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