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मध्य प्रदेश: बिजली बिलों में धांधली आदिको लेकर प्रदेश में जारी प्रदर्शन 
 

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  Published by: Golu Sen , Date: 13/07/2024 04:49:29 pm Share:
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  • 13/07/2024 04:49:29 pm
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संक्षेप

मध्य प्रदेश: विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा मध्यप्रदेश के कयी शहरों सहित गुना में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की योजना के खिलाफ एसयूसीआई(कम्युनिस्ट) पार्टी के तहत बिजली उपभोक्ताओं ने स्थानीय लक्ष्मी गंज में एक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी।

विस्तार

मध्य प्रदेश: विद्युत वितरण कम्पनी द्वारा मध्यप्रदेश के कयी शहरों सहित गुना में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की योजना के खिलाफ एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) पार्टी के तहत बिजली उपभोक्ताओं ने स्थानीय लक्ष्मी गंज में एक प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी।


प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुये पार्टी के जिला सचिव मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि "कम्पनी के इस निर्णय का हम कड़ा विरोध करते हैं। प्रीपेड स्मार्ट मीटर वर्षों पुराने उपभोक्ताओं के लोकतांत्रिक अधिकार 'पहले इस्तेमाल, फिर भुगतान' को 'पहले भुगतान बाद में इस्तेमाल' में तब्दील कर देगा।


प्रीपेड स्मार्ट मीटर उपभोक्ता की बिजली सप्लाई रोकने या काटने से पूर्व 15 दिन की सूचना दिये जाने के अधिकार को भी खारिज करता है। प्रीपेड स्मार्ट मीटर दिन के अलग अलग समय यानि विद्युत खपत के पीक आवर में अलग अलग टैरिफ चार्ज लगाने का प्रावधान करता है। जो आम लोगों दुकानदारों के लिए अत्यंत खर्चीला साबित होगा।


प्रीपेड स्मार्ट मीटरिंग प्राणाली के तहत मीटर खराब होने की स्थिति में मोबाइल हेंड सेट की तरह मीटर को बदलना उपभोक्ताओं की जिम्मेदारी माना जायेगा। ये आम जनता के लिए बहुत घातक सिद्ध होगा।

प्रदर्शन को सम्बोधित करते हुये पार्टी राज्य कमेटी सदस्य लोकेश शर्मा ने कहा कि "विद्युत संशोधन विधेयक 2022 के प्रावधानों के तहत बिजली के वितरण सहित उत्पादन का भी निजीकरण करने व उपभोक्ताओं से भारी मुनाफा वसूल करने पर भी हम अपनी आपत्ति दर्ज कराते हैं। 


प्रीपेड स्मार्ट मीटर बिजली चोरी रोकने के नाम पर लगाये जा रहे हैं आम आदमी को चोर बताया जा रहा है। जबकि पूरा बिजली का स्ट्रेक्चर ही आम मेहनतकश जनता के पैसे से खड़ा किया गया है जिसे इस्तेमाल कर जनता को ही लूटने का ठेका प्राइवेट कम्पनियों को दिया जा रहा है।

वहीं ट्रेड यूनियन लीडर नरेंद्र भदौरिया ने कहा कि " हम सभी जानते हैं कि स्मार्ट मीटर आने के बाद भी लो वाल्टेज, बिजली कटौती और फाल्ट आदि होने में कोई अंतर नही आयेगा। अत: प्रीपेड स्मार्ट मीटर बिजली वितरण कम्पनी की अनियमितताओं बिजली बिलों में धांधली आदि के माध्यम से जारी अवैध लूट को बैध बनाने वाली मशीन के अलावा कुछ नही है।
 
प्रदर्शन को संचालित करते हुये मनोज रजक ने कहा कि जम्मू छत्तीसगढ़ विहार आदि में उपभोक्ताओं का प्रीपेड स्मार्ट मीटर का अनुभव अच्छा नही है वहाँ सामान्य बिल से 5-6 गुना ज्यादा बिजली के बिल आ रहे हैं वहाँ भी लोग इसका विरोध कर रहे हैं। अगर सरकार ये नीति वापस नही लेती है तो हम गली मोहल्ले कालोनी में स्मार्ट मीटर का बहिष्कार करेंगे।