-
☰
राजस्थान: 1–15 दिसंबर ‘पिंक पखवाड़ा गर्भवती महिलाओं में एनीमिया रोकथाम पर विशेष फोकस
- Photo by : SOCIAL MEDIA
संक्षेप
राजस्थान: गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं में एनीमिया की समस्या को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से प्रदेशभर में ‘पिंक पखवाड़ा’ 1 दिसंबर से शुरू हो चुका है, जो 15 दिसंबर तक चलेगा।
विस्तार
राजस्थान: गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं में एनीमिया की समस्या को जड़ से खत्म करने के उद्देश्य से प्रदेशभर में ‘पिंक पखवाड़ा’ 1 दिसंबर से शुरू हो चुका है, जो 15 दिसंबर तक चलेगा। राज्य सरकार द्वारा संचालित यह विशेष स्वास्थ्य अभियान फेरिक कार्बोक्सीमाल्टोज (FCM) इंजेक्शन के माध्यम से गंभीर रक्ताल्पता के प्रभावी उपचार पर केंद्रित है। एनीमिया गर्भावस्था के दौरान प्रसूति जटिलताओं, समय से पहले प्रसव और मातृ-शिशु मृत्यु दर का प्रमुख कारण है, ऐसे में यह अभियान महिलाओं के स्वास्थ्य संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। राज्य मिशन निदेशक डॉ. अमित यादव के मार्गदर्शन में संचालित किया जा रहे एफसीएम कार्यक्रम का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को वैज्ञानिक और सुरक्षित तरीके से दूर करना है। कार्यक्रम की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए UNICEF, UNFPA और Jhpiego जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की विशेषज्ञ टीमें भी निगरानी में सहयोग कर रही हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जुगल किशोर सैनी ने बताया कि अभियान की तैयारी के लिए जिला, ब्लॉक और सेक्टर स्तर पर चिकित्सकों, नर्सिंग अधिकारियों, लैब तकनीशियनों, एएनएम व सीएचओ का प्रशिक्षण पूरा कर लिया गया है। प्रशिक्षण के बाद अब जिलेभर के अस्पतालों, सीएचसी और पीएचसी पर गर्भवती महिलाओं को चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार एफसीएम इंजेक्शन उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा ने बताया कि अभियान के दौरान AEFI रिपोर्टिंग, महिलाओं की नियमित मॉनिटरिंग और PCTS पोर्टल पर दैनिक डेटा प्रविष्टि भी सुनिश्चित की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की अपील है कि परिवारजन गर्भवती महिलाओं को जांच एवं उपचार के लिए नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र अवश्य लेकर जाएं, ताकि एनीमिया के जोखिम से सुरक्षित स्वस्थ माँ और स्वस्थ शिशु का लक्ष्य पूरा हो सके।
राजस्थान: ऑपरेशन नीलकण्ठ में 86.272 किग्रा डोडा पोस्त बरामद, ब्रेज़ा कार जब्त”
बिहार: नवादा में शहरी विकास परियोजनाओं की समीक्षा, डीएम ने शीघ्रता और गुणवत्ता के निर्देश दिए
बिहार: नवादा में जिला स्तरीय उर्वरक निगरानी समिति की बैठक, उपलब्धता और छापामारी की समीक्षा की गई
बिहार: पीएचसी में डॉक्टर नदारत, परिजन मजबूर होकर स्ट्रेचर पर शव घसीटते हुए घर ले गए