-
☰
राजस्थान: नागौर में वर्ल्ड ए.एम.आर. अवेयरनेस वीक की शुरुआत, एंटीबायोटिक दवाइयां केवल डॉक्टर की सलाह पर लें: डॉ. सैनी
- Photo by :
विस्तार
राजस्थान: नागौर, 20 नवंबर: वर्ल्ड एंटीमाइक्रोबियल रेजिस्टेंस (ए.एम.आर.) अवेयरनेस वीक की जिला स्तरीय शुरुआत बुधवार को स्वास्थ्य भवन, नागौर में हुई। इस कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. जुगल किशोर सैनी ने किया। इस मौके पर डॉ. सैनी ने स्वास्थ्य भवन के सभागार में मौजूद खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को ए.एम.आर. के खतरों के बारे में जागरूक करते हुए अभियान की सफलता के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में संक्रमण नियंत्रण, हैंड वाशिंग तकनीक और इसके महत्व पर लोगों को जागरूक करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उप चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रूपम चौधरी ने बताया कि इस वर्ष की थीम "एजुकेट, एडवोकेट, एक्ट नाउ" के तहत इस सप्ताह विभिन्न जागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी, जिनका उद्देश्य एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के बढ़ते खतरे और उसकी रोकथाम को लेकर जनता को सचेत करना है। एपिडेमोलॉजिस्ट साकिर खान ने बताया कि एंटीबायोटिक के अधिक और गलत उपयोग के कारण ये दवाएं सामान्य संक्रमणों के खिलाफ कम प्रभावी हो रही हैं, इसलिए एंटीबायोटिक दवाइयां हमेशा डॉक्टर की सलाह पर ही लेनी चाहिए। इस अवसर पर डॉ. सैनी ने स्वास्थ्य भवन के सभी कर्मचारियों से यह शपथ भी दिलाई कि वे एंटीबायोटिक दवाइयां केवल डॉक्टर की सलाह पर ही लेंगे। इस कार्यक्रम में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश वर्मा, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी, जिला औषधि भंडार प्रभारी डॉ. राजेश पाराशर, एनएचएम के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सोनी, लेखा अधिकारी सुखराम चौधरी, जिला लेखा प्रबंधक जीवन पाल, एनयूएचएम डीपीएम डॉ. चंद्र सिंह शेखावत, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आर.के. सारण, डॉ. राजेश बुगासरा, डॉ. रतनाराम बिडियासर, डॉ. गणेश भगवान आसोपा, डॉ. चैनाराम, डॉ. राजेंद्र चौधरी, डॉ. आर.के. तंवर, माँ योजना के डीपीसी सुनील भादू, एफसीएलओ सादिक त्यागी सहित अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। वर्ल्ड ए.एम.आर. अवेयरनेस वीक के तहत आयोजित ये गतिविधियां एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के खतरे को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कदम साबित होंगी।
राजस्थान: ईशरोदा में नेत्र जांच शिविर का आयोजन, 10 जनवरी को
दिल्ली: वियान फाउंडेशन ने संवाद मणिका कार्यक्रम के जरिए "पहला सुख निरोगी काया" पर दिया बल
वेस्ट बंगाल: रूस ने विकसित की नई एमआरएनए वैक्सीन
छत्तीसगढ़: तांत्रिक के कहने पर युवक ने निगला चूजा, हुई मौत, पोस्टमार्टम में हुआ हैरतअंगेज खुलासा
उत्तर प्रदेश: भारत में 2024 में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से हुई मौतों पर चिंता बढ़ी