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उत्तर प्रदेश में सरकारी काम न होने से परेशान गाँव के कुछ युवकों ने मिलकर खोली संस्था और अब खुद करवाते हैं काम

ड्रीम ऑफ विलेजेस सोशल वेलफेयर सोसाइटी नाम से एक संस्था चलाई

ड्रीम ऑफ विलेजेस सोशल वेलफेयर सोसाइटी नाम से एक संस्था चलाई ज रही है - Photo by : NCR Samachar

उत्तर प्रदेश  Published by: Shyam Babu , Date: 27/01/2023 01:21:07 pm Share:
  • उत्तर प्रदेश
  • Published by: Shyam Babu ,
  • Date:
  • 27/01/2023 01:21:07 pm
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संक्षेप

लोग बाहर शौच करते हैं, पूरे गांव में आपको सिर्फ 5 शौचालय बना मिलेगा वो भी खुद से बनवाया गया है सरकारी नही है। यहां कोई काम ठीक से नही कराया जा रहा है, उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद, नवाबगंज क्षेत्र के खड़ौवां गाँव में यह काम कर रहे हैं। ये पिछले 3 सालों से गरीब बच्चों को निःशुल्क कोचिंग दे रहे हैं, और निःशुल्क सिलाई कढ़ाई केंद्र भी चल रहा है। जिसके तहत सभी बच्चीयों निःशुल्क सिलाई सिखाया जाता है।

विस्तार

उत्तर प्रदेश: ग्राम सभा मे कोई सरकारी काम न होने से परेशान होकर गाँव के कुछ युवकों ने मिलकर संस्था बना दिया, और अब खुद करवाते हैं काम अभी जो अफोर्ड कर सकते हैं। क्योंकि उनका कहना है कि अभी फंडिंग नही आ रही है, अभी कुछ काम उस संस्था का बचा है। 
इसलिए अभी अपने जेब से सारे पैसे युवा मिलकर लगा रहे हैं, ड्रीम ऑफ विलेजेस सोशल वेलफेयर सोसाइटी नाम से एक संस्था चलाई ज रही है, जो उत्तर प्रदेश गोण्डा जनपद, नवाबगंज क्षेत्र के खड़ौवां गाँव में यह काम कर रहे हैं। ये पिछले 3 सालों से गरीब बच्चों को निःशुल्क कोचिंग दे रहे हैं, और निःशुल्क सिलाई कढ़ाई केंद्र भी चल रहा है। जिसके तहत सभी बच्चीयों निःशुल्क सिलाई सिखाया जाता है। उस गांव के लोगो से बात करने पर पता चला कि इनका काम बहुत ही सराहनीय है, क्योंकि जिन बच्चों को कलम पकड़ना नहीं आता था, वह बच्चे आज सही से लिख रहे हैं साथ ही वह अच्छी तरह से पढ़ भी रहे हैं।
आपको बताना चाहूंगा जैसा कि गांव में बच्चे फीस न होने के कारण शुरू से ही नही पढ़ पाते और इसी कारण पीछे रह जाते हैं और इनको सरकारी लाभ भी न के बराबर ही मिलता है, क्योंकि अनपढ़ रहेंगे तो जानकारी कहा से रखेंगे और किसी से अपने हक के बारे कैसे बात करते हैं। ये फिर कैसे लड़ते हैं इनको बिल्कुल नही पता इस गांव में यह भी देखने को मिला कि सड़क की हालत इतना बेकार है कि अगर छोटी जैसे मारुति, कार, इत्यादि गाड़ी लेकर जाते हो तो 200 से 300 मीटर का सफर करते करते आपकी गाड़ी डैमेज जरूर हो हो सकती है। दूसरी बड़ी समस्या जो सुनने के साथ देखने को मिला लोग बाहर शौच करते हैं, पूरे गांव में आपको सिर्फ 5 शौचालय बना मिलेगा वो भी खुद से बनवाया गया है सरकारी नही है। यहां कोई काम ठीक से नही कराया जा रहा है अब इस सोसाइटी के कहना है कि हम जैसे जैसे सफल होंगे साथ ही गांव का विकास खुद से करेंगे हर समस्या को खुद सुलझा देंगे।