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गुजरात: आदमखोर मादा तेंदुआ पिंजरे में कैद, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस

- Photo by : SOCIAL ENMDIA

गुजरात  Published by: Gheesaram Fuaji Choudhary , Date: 29/12/2025 04:34:11 pm Share:
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  • 29/12/2025 04:34:11 pm
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संक्षेप

गुजरात:  डांग जिले के सुबीर तालुका स्थित महाल गांव में कुछ दिनों पहले एक सात साल के मासूम बच्चे पर हमला कर उसे मौत के घाट उतारने वाली आदमखोर मादा तेंदुआ को पकड़ने में उत्तर वन विभाग को बड़ी सफलता मिली है।

विस्तार

गुजरात:  डांग जिले के सुबीर तालुका स्थित महाल गांव में कुछ दिनों पहले एक सात साल के मासूम बच्चे पर हमला कर उसे मौत के घाट उतारने वाली आदमखोर मादा तेंदुआ को पकड़ने में उत्तर वन विभाग को बड़ी सफलता मिली है। उत्तर वन विभाग के डीसीएफ मुरलीलाल मीणा के मार्गदर्शन में बरडीपाड़ा रेंज के आरएफओ डी.एस. हलपति द्वारा लगाए गए पिंजरे में यह हिंसक मादा तेंदुआ कैद हो गई, जिससे स्थानीय निवासियों ने लंबे समय बाद राहत महसूस की है। घटना का विवरण उल्लेखनीय है कि उत्तर डांग वन विभाग की बरडीपाड़ा रेंज के अंतर्गत आने वाले महाल गांव का रितेकभाई जितेरामभाई धुलुम (उम्र 7 वर्ष) अपने दादी के साथ खेत के पास मवेशी चराने गया था। उसी समय अपने शावकों के साथ निकली मादा तेंदुआ ने अचानक रितेक पर हमला कर दिया और उसके गले पर गंभीर वार किए, जिससे मासूम की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूरे इलाके में भारी दहशत और आक्रोश व्याप्त था।


वन विभाग की कार्रवाई बच्चे की मौत के बाद उत्तर वन विभाग तुरंत हरकत में आया। डीसीएफ मुरलीलाल मीणा के निर्देशानुसार और आरएफओ दीपकभाई (डी.एस.) हलपति की सीधी देखरेख में तेंदुए को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गईं। वन विभाग ने हमले वाले क्षेत्र और आसपास के जंगलों में रणनीतिक रूप से पिंजरे लगाए और लगातार निगरानी रखी। पिछले कई दिनों से चल रही वन विभाग की मेहनत आखिरकार रंग लाई। आदमखोर बन चुकी यह मादा तेंदुआ बीती रात वन विभाग के पिंजरे में फंस गई। वर्तमान स्थिति पकड़ी गई मादा तेंदुआ को फिलहाल बरडीपाड़ा रेंज में वन विभाग के विशेष अवलोकन (ऑब्जर्वेशन) के तहत रखा गया है। विशेषज्ञों द्वारा जांच के बाद उसे सुरक्षित रूप से कहीं और स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मासूम बच्चे के शिकार के बाद महाल और आसपास के गांवों में डर का माहौल था, और किसान खेतों में जाने से भी कतरा रहे थे। अब आदमखोर तेंदुए के पकड़े जाने पर लोगों ने वन विभाग की टीम का आभार व्यक्त किया है। हालांकि, उत्तर वन विभाग ने अभी भी ग्रामीणों से वन क्षेत्रों में सावधानी बरतने की अपील की है।