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झारखंड: नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा धूमधाम से सम्पन्न, कथा और भक्ति में डूबे श्रद्धालु

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झारखंड  Published by: Vishnu Kumar Barnwal , Date: 29/09/2025 11:57:59 am Share:
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  • 29/09/2025 11:57:59 am
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संक्षेप

झारखंड: नवरात्रि के पांचवे दिन चौबे गांव में मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ सम्पन्न हुई।

विस्तार

झारखंड: नवरात्रि के पांचवे दिन चौबे गांव में मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ सम्पन्न हुई। सुबह से ही मंदिर परिसर और पंडालों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। श्रद्धालुओं ने माता की आरती कर सुख-समृद्धि और मंगलकामना की प्रार्थना की। इस अवसर पर आयोजित भागवत कथा में पूज्य कथा वाचिका देवी अर्चना जी ने अपने मुखारविंद से भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं और धर्म की महिमा का दिव्य वर्णन किया। जैसे ही श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं और गोपियों संग मधुर प्रसंगों का उल्लेख हुआ, श्रोता भावविभोर होकर झूम उठे। पूरा वातावरण “हरे कृष्णा, हरे राम” और “जय माता दी” के जयकारों से गूंज उठा। समिति द्वारा इस वर्ष स्थापित मां दुर्गा की भव्य प्रतिमा भी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। मां स्कंदमाता की सजीव मूर्ति, उनकी दिव्य आभा और तेजस्वी स्वरूप ने श्रद्धालुओं को गहराई से प्रभावित किया। ग्रामीणों का कहना है कि प्रतिमा के दर्शन मात्र से मन में शांति, ऊर्जा और शक्ति का संचार होता है। चौबे गांव के सभी लोग, विशेषकर नीचे टोला, लक्ष्मीपुर के ग्रामीण आयोजन को सफल बनाने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। उनका कहना है कि इस सामूहिक प्रयास ने पूरे गांव को एक सूत्र में बांध दिया है। प्रत्येक वर्ष हर टोले की जिम्मेदारी होती है, ताकि मां की पूजा अर्चना में सभी का समान अधिकार हो। आयोजन समिति ने बताया कि आगामी 1 अक्टूबर को भक्ति जागरण, 2 अक्टूबर को सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं संगीत संध्या और 3 अक्टूबर को प्रतिमा विसर्जन शोभायात्रा का आयोजन होगा। विसर्जन यात्रा ढोल-नगाड़ों और जयकारों के बीच पूरे गांव से निकाली जाएगी, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। ग्रामीणों ने आयोजन समिति की सराहना करते हुए कहा कि यह महोत्सव केवल धार्मिक आस्था का ही नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने और भाईचारे को मजबूत करने का भी प्रतीक है।