-
☰
उत्तराखंड: 17 साल बाद पांडव मंदिर में महाभारत जागर कथा, आस्था का उमड़ा सैलाब
- Photo by : social mediia
संक्षेप
उत्तराखंड: तहसील मुख्यालय से 32 किलोमीटर दूर चहज गांव में 17 साल बाद पांडव मंदिर के जागर स्थल में 22 दिवसीय महाभारत जागर कथा अमृत सुनने उमड़ा आस्था का जन सैलाब अष्टम दिवस
विस्तार
उत्तराखंड: तहसील मुख्यालय से 32 किलोमीटर दूर चहज गांव में 17 साल बाद पांडव मंदिर के जागर स्थल में 22 दिवसीय महाभारत जागर कथा अमृत सुनने उमड़ा आस्था का जन सैलाब अष्टम दिवस की कथा में राजसूय यज्ञ के लिए जटिलतम सामग्रियों में लंका का सोना भी एक समान होता है को लेने हेतु गढ़ लंका को रवाना होते हैं रास्ते में उनकी मुलाकात सुभद्रा से होती है सुभद्रा उनसे अपने पास रुकने की जिद करती है अर्जुन उन्हें मनाने की असफल कोशिश करते हैं फिर रात्रि विश्राम हेतु दोनों जाते हैं, सुभद्रा घोर निद्रा में होती हैं तब अर्जुन उठकर गढ़ लंका हेतु बिना सुभद्रा को बताए प्रस्थान करते हैं, जागर के गायकों में इंद्र सिंह भंडारी, पुराण सिंह भंडारी सहित मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेश जोशी, जागर समिति के अध्यक्ष षष्ठी बल्लभ जोशी , मंदिर के पुजारी नरोत्तम जोशी, प्रमोद जोशी, सहित गंगोलीहाट से कैलाश पंत, प्रकाश जोशी सहित विशाल भीड़ उपस्थित रही।
उत्तर प्रदेश: अटल स्मृति सम्मेलन में देवेंद्र चौधरी ने दिया संबोधन
छत्तीसगढ़: बाबा गुरु घासीदास जी की 269वीं जयंती धूमधाम से मनाई, विधायक दीपेश साहू मुख्य अतिथि
छत्तीसगढ़: नवनियुक्त कलेक्टर प्रतिष्ठा ममगाईं ने साप्ताहिक जनचौपाल में सुनी आमजन की समस्याएं
तेलंगाना: जकैर हुसैन जावेद ने बार काउंसिल सदस्य पद के लिए नामांकन दाखिल किया
बिहार: BTRL Exchange के माध्यम से युवाओं को बेरोजगारी से बाहर निकालने की पहल