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हरियाना: कालांवाली में फैमिली आईडी बनी सिर दरदी का कारण

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  Published by: Inderjeet , Date: 23/04/2024 02:19:13 pm Share:
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  • 23/04/2024 02:19:13 pm
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संक्षेप

हरियाना: कालांवाली फैमिली आईडी में वार्षिक आय व जाति वेरिफाई ना होने कारण गरीब परिवारों के होनहार बच्चे स्कूल में दाखिला ना होने कारण शिक्षा से बंचित रह जाएंगे। प्रदेश भर में फैमिली आईडी (परिवार पहचान पत्र) आमजन के जी-का-जंजाल बना हुआ है।

विस्तार

 

हरियाना: कालांवाली फैमिली आईडी में वार्षिक आय व जाति वेरिफाई ना होने कारण गरीब परिवारों के होनहार बच्चे स्कूल में दाखिला ना होने कारण शिक्षा से बंचित रह जाएंगे। प्रदेश भर में फैमिली आईडी (परिवार पहचान पत्र) आमजन के जी-का-जंजाल बना हुआ है। फैमिली आईडी में वार्षिक आय व जाति वेरिफाई ना होने कारण आय प्रमाण-पत्र व जाति प्रमाण-पत्र जारी नहीं हो रहे जिससे गरीब जरूरतमंद परिवारों के होनहार बच्चे स्कूल में दाखिले लेने से बंचित रह जाएंगे। 


विशेष कर सिरसा जिला में क्रिड विभाग (फैमिली आईडी) के अधिकारियों व कर्मचारियों की उदासीन व भ्रष्टायुक्त कार्य-प्रणाली कारण जरूरतमंद लोगों का बुरा हाल है। यह जानकारी देते हुए समाजसेवी गुरतेज सिंह सोढ़ी ने बताया कि आमजन फैमिली आईडी (परिवार पहचान पत्र) की त्रुटियां ठीक करवाने हेतु बार-बार आनलाईन सिस्टम के माध्यम से रिक्वेस्ट (शिकायत) दर्ज करवा रहे हैं। 


परन्तु इस विभाग की हठधर्मी व निकम्मी कार्यशैली कारण पांच-छह महीनों से रिक्वेस्ट (शिकायत) पैंडिंग पड़ी रहती हैं जिससे सौ फीसदी अपाहिज गरीब जरूरतमंद लोग सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से बंचित रह गए हैं परन्तु जिला क्रिड विभाग सिरसा के कान पर जूं तक नहीं रेंगती। आखिरकार जरूरत व्यक्ति परेशान होकर इस विभाग के कथित दलालों के माध्यम से सैटिंग (रिश्वत लेने-देने) कर लेता है तो उसकी फैमिली आईडी संबंधी रिक्वेस्ट (शिकायत) का समाधान हाथों-हाथ तुरंत हो जाता है अन्यथा अन्य जरूरतमंद लोग क्रिड विभाग के जिला मुख्यालय व ब्लाक स्तरीय दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। 


इस विभाग पर सरकार व प्रशासन का कोई नियंत्रण नहीं है यहां ब्लाक आर्डिनेटर मनमर्जी से कार्य करते हैं। अब ज्यादातर फैमिली आईडी (परिवार पहचान पत्रों) में वार्षिक आय व जाति वेरिफाई नहीं है जिस कारण लोगों के जाति प्रमाण-पत्र व आय प्रमाण-पत्र नहीं बन रहे इससे विशेषकर अनूसूचित जाति व पिछड़ावर्ग के परिवारों को परेशानी हो रही है क्योंकि उनके बच्चों के स्कूलों में दाखिले नहीं हो रहे। गरीब जरूरतमंद लोग फैमिली आईडी में आपनी जाति वेरिफाई करवाने हेतु  काम-धंधे छोड़ कर दफ्तरों के चक्कर काटते हुए क्रिड विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों व सरकार को कोस रहे हैं। 


कालांवाली नगरपालिका व औढां ब्लाक आर्डिनेटरों की कार्यशैली को लेकर लगातार शिकायतें हो रही हैं। भारत विकास संकल्प यात्रा कार्यक्रम के दौरान गांव कालांवाली में भी इन आर्डिनेटरों की कार्यशैली को लेकर पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल के समक्ष मुद्दा उठा था परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई और ना ही इस कार्यक्रम में दिए गई फैमिली आईडी सम्बन्धी शिकायतों का आजतक कोई समाधान हुआ। 


तथा परेशान जागरूक नागरिक आरटीआई लगा रहे हैं क्योंकि कालांवाली नगरपालिका व औढां ब्लाक में कार्यरत आर्डिनेटर भेद-भाव व निजी स्वार्थों से रिक्वेस्ट वेरिफाई करते हैं परन्तु क्रिड विभाग इनके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं कर रहा। औढां ब्लाक व नगरपालिका कालांवाली की फैमिली आईडी इतनी रिक्वेस्ट कितने समय से पैंडिंग पड़ी है का आंकलन करके जिम्मेवार कर्मचारी व अधिकारी के विरुद्ध विभाग कार्यवाही की जाए। सत्ताधारी पार्टी भी इस फैमिली आईडी की जनसमस्या को गंभीरता से ले अन्यथा आमजन में आक्रोश बढ़ेगा।