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Amrit Deep Mahotsav 2023: अमृत दीप महोत्सव 2023 करही में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे आयोजित

Amrit Deep Mahotsav 2023: अमृत दीप महोत्सव 2023 करही में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे आयोजित - Photo by : NCR Samachar

उत्तर प्रदेश  Published by: Bhoopendra Singh , Date: 18/11/2023 05:57:27 pm Share:
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  • 18/11/2023 05:57:27 pm
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संक्षेप

उत्तर प्रदेश: जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती संतराम राजपूत की माता पिता की पुण्य तिथि पर निकाली शोभा यात्रा। अमृत दीप महोत्सव पर करही में धूमधाम से निकाली गई कलश यात्रा। अमृत दीप महोत्सव 2023 करही में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे आयोजित। विलुप्त होती बुंदेली परंपराओं व विधाओं को जीवित रखना है। अमृत दीप महोत्सव का मुख्य उद्देश्य भारतीय सभ्यता संस्कृति को सहेजना |

विस्तार

उत्तर प्रदेश: जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती संतराम राजपूत की माता पिता की पुण्य तिथि पर निकाली शोभा यात्रा। अमृत दीप महोत्सव पर करही में धूमधाम से निकाली गई कलश यात्रा। अमृत दीप महोत्सव 2023 करही में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे आयोजित। विलुप्त होती बुंदेली परंपराओं व विधाओं को जीवित रखना है। अमृत दीप महोत्सव का मुख्य उद्देश्य भारतीय सभ्यता संस्कृति को सहेजना |

 बुंदेलखंड के हमीरपुर जनपद के जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती संतराम राजपूत के पैतृक गांव करही में उनके माता पिता ब्रह्मरानी अर्जुन सिंह की पुण्यतिथि के अवसर पर अमृत दीप महोत्सव पर धूमधाम से कलश यात्रा निकाली गई। कार्यक्रम का आयोजन जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती संतराम राजपूत ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत ब्रह्मरानी अर्जुन सिंह की मूर्तियों के अनावरण के उपरांत कलश यात्रा से शुरू हुई।

 जनपद में चल रहे अमृत महोत्सव पर ग्राम करही में दो दिवसीय अमृत दीप महोत्सव का जिला पंचायत अध्यक्ष जयंती संतराम राजपूत के द्वारा ग्राम करही में कलश यात्रा के साथ बैंड बाजे, बुन्देली दिवारी बुन्देली कलाकारों द्वारा अपनी कलाओं के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रमों का भव्य आयोजन किया गया। दो दिवसीय अमृत दीप महोत्सव के क्रम में दंगल, कवि सम्मेलन, कृष्ण रासलीला, बुंदेली लोकगीत, बुंदेली राई, बॉलीबुड कलाकारों व नन्हे मुन्ने बच्चों द्वारा बाल सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रतियोगिताओ का रंगारंग कार्यक्रमो का भब्य आयोजन किया जाएगा। साथ ही साथ विलुप्त होती बुंदेली परंपराओं और विधाओं सहित भारतीय सभ्यता और संस्कृति को जीवन्त रखना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।