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बिहार: नवादा के आईटीबीपी जवान मनोज कुमार सड़क हादसे में शहीद, पूरे क्षेत्र में शोक
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संक्षेप
बिहार: बुधवार को मध्यप्रदेश में हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में नवादा जिले के वीर सपूत, आईटीबीपी जवान मनोज कुमार ने देश सेवा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इस घटना से पूरे नवादा जिले, खासकर नरहट प्रखंड के छोटा शेखपुरा गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
विस्तार
बिहार: बुधवार को मध्यप्रदेश में हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में नवादा जिले के वीर सपूत, आईटीबीपी जवान मनोज कुमार ने देश सेवा करते हुए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इस घटना से पूरे नवादा जिले, खासकर नरहट प्रखंड के छोटा शेखपुरा गांव में शोक की लहर दौड़ गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, आईटीबीपी की एक एंबुलेंस शिवपुरी से ग्वालियर की ओर जा रही थी। एंबुलेंस में एक बीमार जवान को बेहतर इलाज के लिए ले जाया जा रहा था। इसी क्रम में बुधवार की सुबह घाटीगांव के पास सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से एंबुलेंस की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि मौके पर ही दो आईटीबीपी जवानों की मौत हो गई, जबकि अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में शहीद हुए जवानों में एक की पहचान नवादा जिले के नरहट प्रखंड अंतर्गत छोटा शेखपुरा गांव निवासी विनोद गुप्ता के 33 वर्षीय पुत्र मनोज कुमार के रूप में हुई। मनोज कुमार आईटीबीपी में देश की सीमाओं की रक्षा के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी निभा रहे थे। उनके असामयिक निधन की खबर जैसे ही गांव पहुंची, पूरे क्षेत्र में मातम छा गया। शहीद जवान मनोज कुमार का पार्थिव शरीर सम्मान के साथ उनके पैतृक क्षेत्र लाया गया। गुरुवार को हिसुआ स्थित तिलैया घाट पर पूरे सैन्य और राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। हजारों की संख्या में लोग ‘भारत माता की जय’ और ‘शहीद मनोज कुमार अमर रहें’ के नारे लगाते हुए उन्हें अंतिम विदाई देने पहुंचे। अंतिम संस्कार में आरजेडी के जिला अध्यक्ष उदय यादव, नवादा एमएलसी प्रत्याशी सरवन कुशवाहा, पूर्व विधायक प्रतिनिधि मनोज मंडल, डॉक्टर रमेश कुशवाहा, डॉक्टर बीपीन कुमार, समाजसेवी मसीह उद्दीन, पूर्व मुखिया मोहम्मद हामिद अंसारी, कन्हैया कुमार बादल, अरविंद मांझी, रामप्रवेश प्रसाद सहित कई जनप्रतिनिधि, समाजसेवी और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और शोकाकुल परिवार को सांत्वना दी। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने कहा कि मनोज कुमार का बलिदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। वे न केवल अपने परिवार का बल्कि पूरे जिले का गौरव थे। उनके जाने से जो शून्य पैदा हुआ है, उसकी भरपाई कभी नहीं हो सकती। लोगों ने केंद्र और राज्य सरकार से शहीद जवान के परिवार को हर संभव सहायता और सम्मान देने की मांग की है। इस हृदयविदारक घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि देश की सेवा में तैनात जवान हर पल जोखिम में रहते हैं। नवादा का यह लाल भले ही आज हमारे बीच नहीं है, लेकिन उसकी शहादत हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेगी।
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