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बिहार: मिर्जापुर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित की गई 

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बिहार  Published by: Sanjay Kumar Verma , Date: 29/12/2025 01:50:31 pm Share:
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  • 29/12/2025 01:50:31 pm
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संक्षेप

बिहार: नवादा के लाईन पार मिर्जापुर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का स्थापना किया गया है।

विस्तार

बिहार: नवादा के लाईन पार मिर्जापुर में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा का स्थापना किया गया है। यह प्रतिमा उमाशंकर रजक के आवास पर समाजसेवी पड़कन चौधरी के निर्देशन में स्थापना किया गया। रविवार को भव्य कार्यक्रम आयोजित कर डॉ॰ अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण और दीप प्रज्जवलित किया गया ,तदोपरांत कार्यक्रम की आगाज की गयी।  कार्यक्रम में आगत अतिथियों को अंगवस्त्र ,बुके और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित और अभिनंदन किया गया। श्री रजक ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि डॉ॰ अम्बेडकर ने दलित -महादलित और अल्पसंख्क तथा पिछड़े वर्ग के लिए जो संविधान में अधिकार दिए हैं। उससे लोगों को सम्मान और अधिकार में बराबरी का हक मिला। सामाजिक भेदभाव ,ऊंच -नीच तथा प्रताडऩा भरी जिंदगी से उबरने के लिए समानता का अधिकार देकर वे दबे कुचले लोगों को को पटल पर लाने का जोर दिया। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता  ने कहा डॉ. अंबेडकर एक महान नेता, सामाजिक सुधारक और भारतीय संविधान के मुख्य शिल्पकार थे। उनका जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू नगर में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन में सामाजिक न्याय, समानता और मानवाधिकारों के लिए संघर्ष किया। डॉ. अंबेडकर के प्रमुसंविधान निर्माण डॉ. अंबेडकर ने भारतीय संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष के रूप में काम किया और संविधान में सामाजिक न्याय और बराबरी के सिद्धांत शामिल किए। शिक्षा के क्षेत्र में योगदान डॉ. अंबेडकर ने अछूतों और अन्य वंचित वर्गों के लिए शिक्षा के दरवाजे खोले और कई छात्रवृत्तियों और शैक्षिक संस्थानों की स्थापना की। महिला अधिकार उन्होंने महिलाओं के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और हिंदू कोड बिल पेश किया, जिसका उद्देश्य विरासत, विवाह और तलाक के मामलों में महिलाओं को समान अधिकार प्रदान करना था।


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