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उत्तर प्रदेश: सलाखों में मौलाना, परिवार की दावत में कैसे हों शामिल
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संक्षेप
उत्तर प्रदेश: बरेली मौलाना तौकीर रजा की 28 अक्टूबर को पेशी है। इस दिन यह तय होना है कि उनकी रिमांड आगे बढ़ेगी या नहीं। सबसे बड़ी उलझन यह है कि अगले दिन उनके परिवार में शादी से संबंधित दावत का प्रोग्राम है, जो युगवीणा कैंट में होगा।
विस्तार
उत्तर प्रदेश: बरेली मौलाना तौकीर रजा की 28 अक्टूबर को पेशी है। इस दिन यह तय होना है कि उनकी रिमांड आगे बढ़ेगी या नहीं। सबसे बड़ी उलझन यह है कि अगले दिन उनके परिवार में शादी से संबंधित दावत का प्रोग्राम है, जो युगवीणा कैंट में होगा। उनके भाई तौसीफ मियां ने तमाम रिश्तेदारों, नजदीकियों और परिजनों को दावतनामा भी दे दिया है इत्तेहाद मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) राष्ट्रीय अध्यक्ष और बरेलवी मौलाना तौकीर रज़ा खां लगातार सुर्खियों में हैं। उनकी 28 अक्टूबर को कोर्ट में पेशी है। इस दिन यह तय होना है कि उनकी रिमांड आगे बढ़ेगी या नहीं। सबसे बड़ी उलझन यह है कि अगले दिन उनके परिवार में शादी से संबंधित दावत का प्रोग्राम है, जो युगवीणा कैंट में होगा। उनके भाई तौसीफ मियां ने तमाम रिश्तेदारों, नजदीकियों और परिजनों को दावतनामा भी दे दिया है। परिवार कानूनी राय ले रहा है कि किसी तरह मौलाना तौकीर रजा दावत प्रोग्राम में शामिल हो जाएं।
दरअसल, 26 सितंबर को बरेली शहर में हुए बवाल के अगले दिन पुलिस ने मौलाना तौकीर रज़ा को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। उन पर प्रशासन की बगैर अनुमति के भीड़ एकत्र करने समेत कई संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। आरोप है कि मौलाना तौकीर रजा के एक बयान के बाद शहर के कई इलाकों में माहौल बिगड़ गया था। उनके बुलावे पर एकत्र हुई भीड़ हिंसा पर उतर आई। भीड़ में शामिल लोगों ने पुलिस पर पथराव किया और फायरिंग की थी। इसमें 22 पुलिस कर्मी घायल हुए थे। शुरूआत में पुलिस ने सात मुकदमों में मौलाना तौकीर रजा को आरोपी बनाया था। गिरफ्तारी के बाद से वह फर्रुखाबाद जेल में हैं। 28 अक्टूबर को अदालत में उनकी पेशी है।
बताया जाता है कि तौकीर रजा के भाई तौसीफ मियां के बेटे फैज रजा की शादी से सिलसिले में 29 अक्टूबर को डिनर रखा गया है। कार्यक्रम कैंट स्थित युववीणा में प्रस्तावित है, जिसमें तमाम प्रमुख लोग शिरकत करेंगे। प्रोग्राम को लेकर परिवार में तैयारियां तेजी से चल रही हैं। घर में सजावट और रिश्तेदारों के आने जाने से खासी रौनक है। मगर तौकीर रज़ा के मौजूद न रहने से खुशियों के बीच परिवार वालों के चेहरे पर कुछ उदासी भी झलक रही है। परिवार के लोगों को उम्मीद है कि कोर्ट जल्द कोई सकारात्मक फैसला सुनाएगा, जिससे तौकीर रजा सलाखों से बाहर आ जाएं।