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राजस्थान: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर नागौर जिले में स्वास्थ्य जांच व जागरूकता शिविरों का सफल आयोजन
- Photo by : social media
संक्षेप
राजस्थान: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में नागौर जिले के सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर बुधवार को स्वास्थ्य जागरूकता एवं चिकित्सा शिविरों का सफल आयोजन किया गया।
विस्तार
राजस्थान: भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में नागौर जिले के सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर बुधवार को स्वास्थ्य जागरूकता एवं चिकित्सा शिविरों का सफल आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलेभर में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आमजन को निःशुल्क उपचार, जांच एवं परामर्श सेवाएं प्रदान की गईं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. जुगल किशोर सैनी ने बताया कि इन शिविरों का उद्देश्य जनजातीय नायक भगवान बिरसा मुंडा के आदर्शों से प्रेरणा लेते हुए स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ाना और लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधाओं से जोड़ना है। उन्होंने बताया कि विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़, एनएचएम के मिशन निदेशक डॉ अमित यादव व जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित के निर्देशानुसार इन शिविरों की तैयारी पूर्व में ही पूर्ण कर ली गई थी। शिविरों में बड़ी संख्या में चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ ने भाग लिया। सभी शिविर स्थलों पर आवश्यक दवाइयों एवं जांच उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी। आने वाले रोगियों को निःशुल्क उपचार, दवाइयां और आवश्यक जांच की सुविधा दी गई। शिविरों में 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों की एनसीडी स्क्रीनिंग एवं काउंसलिंग की गई। साथ ही टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत संभावित लक्षण वाले रोगियों की जांच, प्रचार-प्रसार और जनजागरूकता गतिविधियां आयोजित की गईं। इसके अतिरिक्त गर्भवती महिलाओं का एएनसी चेकअप और शिशुओं का टीकाकरण भी किया गया। नागौर जिला मुख्यालय पर पुराने अस्पताल परिसर स्थित शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर में आयोजित शिविर का निरीक्षण सीएमएचओ डॉ. जुगल किशोर सैनी ने किया। यहां पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सैनी ने एक चिकित्सक की भूमिका निभाते हुए मरीजों की जांच कर उन्हें आवश्यक परामर्श एवं दवाइयां दीं। डॉ. सैनी ने कहा कि ऐसे आयोजन न केवल जनस्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाते हैं बल्कि समाज को स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति सजग और जिम्मेदार बनाते हैं। शिविरों में आमजन की व्यापक भागीदारी रही, जिससे भगवान बिरसा मुंडा की जयंती का यह आयोजन जनसेवा और स्वास्थ्य जागरूकता का प्रतीक बन गया।