-
☰
राजस्थान: युवा कांग्रेस ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत करोड़ों की बर्बादी पर उठाए सवाल, मुख्यमंत्री से की उच्च स्तरीय जांच की मांग
- Photo by : social media
संक्षेप
राजस्थान: पिछले तीन दिनों से अजमेर शहर के सौंदर्यकरण पर भारी सवाल उठ रहे हैं, जहां अजमेर स्मार्ट सिटी के तहत लगभग 81 करोड़ रुपये की लागत से बने 7 वंडर, फूड कोर्ट, पटेल मैदान स्टेडियम का काम्प्लेक्स, गांधी स्मारक उद्यान, पाथ वे चौपाटी और डी.पी.आर रिपोर्ट पर कंसल्टेंसी पर खर्च की गई राशि को लेकर अजमेर युवा कांग्रेस ने गहरी चिंता जताई है।
विस्तार
राजस्थान: पिछले तीन दिनों से अजमेर शहर के सौंदर्यकरण पर भारी सवाल उठ रहे हैं, जहां अजमेर स्मार्ट सिटी के तहत लगभग 81 करोड़ रुपये की लागत से बने 7 वंडर, फूड कोर्ट, पटेल मैदान स्टेडियम का काम्प्लेक्स, गांधी स्मारक उद्यान, पाथ वे चौपाटी और डी.पी.आर रिपोर्ट पर कंसल्टेंसी पर खर्च की गई राशि को लेकर अजमेर युवा कांग्रेस ने गहरी चिंता जताई है। जमेर स्मार्ट सिटी के तहत इन निर्माण कार्यों को शुरू करते समय जो पूर्व में आनासागर वैट लैंड जोन में निर्माण पर रोक थी, उसका उल्लंघन क्यों किया गया और किन अधिकारियों द्वारा इसकी स्वीकृति दी गई? किस अधिकारी ने इन निर्माण कार्यों की स्वीकृति दी, उनके नाम सार्वजनिक किए जाएं। दोषी अधिकारियों के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कमेटी गठित की जाए। क्या अजमेर में अन्य ऐसे स्थान हैं जहां सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया गया है? यदि हां, तो इस पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई? इस कृत्य में शामिल सभी अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए और निर्माण कार्यों की राशि उनके वेतन से वसूल की जाए। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को सार्वजनिक किया जाए ताकि जनता को समझ में आ सके कि यह आदेश किस आधार पर पारित किया गया। क्या सुप्रीम कोर्ट के आदेश में कोई निर्धारित अवधि थी, अगर हां तो वह अब तक क्यों नहीं पूरी की गई? युवा कांग्रेस के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री से तत्काल ध्यान देने की अपील की है और कहा है कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की जाती है तो वे अजमेर शहर के नागरिकों, सामाजिक और व्यापारिक संगठनों के साथ मिलकर बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करेंगे।युवा कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने अचानक और बिना किसी पूर्व सूचना के रात के अंधेरे में इन प्रोजेक्ट्स पर कार्यवाही की, जो कि अजमेर की जनता की समझ से परे है। कांग्रेस के नेताओं ने राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री से इस मामले में उचित कार्रवाई करने की मांग की है।