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उत्तर प्रदेश: आस्था की डुबकी लगाकर पीएम मोदी ने दिया एकता का संदेश, महाकुम्भ में किया त्रिवेणी संगम में स्नान
- Photo by : SOCIAL MEDIA
विस्तार
उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज महाकुम्भ में पूरी श्रद्धा और आस्था के साथ त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान किया, जिससे उन्होंने एकता और समरसता का संदेश दिया। वैदिक मंत्रोच्चारण और श्लोकों के बीच पीएम मोदी ने गंगा, यमुना और सरस्वती की पवित्र जलधाराओं में डुबकी लगाई। स्नान से पूर्व, उन्होंने भगवान सूर्य को अर्घ्य देकर मां गंगा, यमुना और सरस्वती की पूजा अर्चना की। पूजन अर्चन की विधि प्रधानमंत्री मोदी ने संगम में उतरने से पहले आस्था के साथ जल को स्पर्श किया, फिर सूर्य को अर्घ्य दिया और तर्पण किया। इसके बाद, उन्होंने विधिवत पूजन अर्चन किया। काले कुर्ते और भगवा पटके में सजे पीएम मोदी ने वैदिक मंत्रों के बीच संगम में अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी अर्पित की और तीनों पवित्र नदियों की आरती उतारी। इस दौरान तीर्थ पुरोहितों ने उनका अभिनंदन किया और उन्हें तिलक किया। महाकुम्भ में एकता का संदेश प्रधानमंत्री मोदी का संगम स्नान एक ऐतिहासिक क्षण था, क्योंकि इस दौरान विशेष योग का संयोग था। गुप्त नवरात्रि और भीष्माष्टमी के दिन पीएम मोदी ने संगम में स्नान किया, जो महाकुम्भ की धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अहम था। इस स्नान के माध्यम से पीएम मोदी ने पूरी दुनिया को 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' और 'वसुधैव कुटुम्बकम' का संदेश दिया। श्रद्धालुओं के स्नान में नहीं आया कोई व्यवधान पीएम मोदी के संगम स्नान के दौरान, अन्य श्रद्धालु भी संगम में स्नान कर रहे थे। वीवीआईपी मूवमेंट के बावजूद किसी प्रकार का गतिरोध उत्पन्न नहीं हुआ और श्रद्धालु बिना किसी रुकावट के स्नान करते रहे। पीएम मोदी के साथ लाखों श्रद्धालु 'हर हर गंगे' और 'मोदी-मोदी' के जयकारे लगाते हुए संगम में पवित्र डुबकी लगा रहे थे। सीएम योगी ने किया स्वागतप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयागराज आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया। पीएम मोदी के संग, सीएम योगी ने महाकुम्भ मेंकी गई व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी चर्चा की। महाकुम्भ में की गईं महत्वपूर्ण परियोजनाएं 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुम्भ की शुरुआत से पूर्व प्रयागराज का दौरा किया था, जहां उन्होंने 5500 करोड़ रुपए की 167 परियोजनाओं की शुरुआत की थी। इनमें रेलवे स्टेशनों का अपग्रेडेशन, फ्लाईओवर, सड़कों का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण शामिल था। इसके अलावा, अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, और हनुमान मंदिर कॉरिडोर जैसी परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया था। महाकुम्भ में पीएम मोदी का संगम स्नान न सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि यह एकता, समरसता और राष्ट्रहित का प्रतीक भी बना। पीएम मोदी ने अपने इस कदम से दुनिया को एकता का संदेश दिया और महाकुम्भ की महत्वता को वैश्विक स्तर पर उजागर किया।