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छत्तीसगढ़: भागवत कथा में कथित जातिसूचक टिप्पणी से सतनामी समाज में आक्रोश, कार्रवाई की मांग
- Photo by : social media
संक्षेप
छत्तीसगढ़: तखतपुर के पंडरिया रोड पर स्थित टोही उबरी के पास रामनगर टिकरी पारा निवासी रति अत्री वकील द्वारा आयोजित।
विस्तार
छत्तीसगढ़: तखतपुर के पंडरिया रोड पर स्थित टोही उबरी के पास रामनगर टिकरी पारा निवासी रति अत्री वकील द्वारा आयोजित। भागवत कथा के दौरान कथा वाचक पंडित आसुतोष चैतन्य द्वारा सतनामी समाज के प्रति कथित आपत्तिजनक एवं जातिसूचक टिप्पणी किए जाने से समाज में गहरा आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में किशोर नंवरगे व सतनामी समाज बलौदाबाजार-भाटापारा सहित अन्य ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह (बलौदाबाजार-भाटापारा) को आवेदन सौंपकर कथा वाचक के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर कठोर कार्रवाई की मांग की है। आवेदन में उल्लेख किया गया है कि भागवत कथा मंच से वाचक ने सतनामी समाज को गाय काटने वाले और मूर्ख लोग कहकर अपमानित किया जो न केवल समाज की भावना को आहत करता है बल्कि सामाजिक वैमनस्य और सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न करने वाला है। सतनामी समाज ने इसे अपनी आस्था और गरिमा पर सीधा हमला बताया है। समाज के लोगों ने कहा कि ऐसे वक्तव्य किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं हैं और प्रशासन को तत्काल सख्त कदम उठाने चाहिए। मामले के प्रकाश में आने के बाद समाज के लोग विभिन्न स्थानों पर एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और आरोपी कथा वाचक पर शीघ्र कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। समाज ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र न्याय नहीं मिला तो आंदोलन को और व्यापक स्वरूप दिया जाएगा। सतनामी समाज बलौदाबाजार-भाटापारा जिला के किशोर नंवरगे, मनीष घृतलहरे, तिलक घृतलहरे,डिगेश्वर बांधे, प्रकाश मार्कंडेय,अजय कुर्रे , भुनेंद्र,समीर,आकाश, सुमित,रोमी,आदि समाज के लोग उपस्थित थे।