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उत्तर प्रदेश: भारत में 2024 में हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से हुई मौतों पर चिंता बढ़ी

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उत्तर प्रदेश  Published by: Anand Kumar (UP) , Date: 16/12/2024 10:16:45 am Share:
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  • 16/12/2024 10:16:45 am
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उत्तर प्रदेश: हृदय स्वास्थ्य समस्याएं देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय बनीं, जहां लाखों लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के कारण अपनी जान गंवा बैठे। हृदय रोग या कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (CVD) ने एक बार फिर से वैश्विक स्तर पर लोगों की जान को खतरे में डाला, और भारत में भी इस पर गंभीर असर देखने को मिला। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों, विशेषकर कोरोना महामारी के बाद, हृदय की बीमारियों के मामलों में इजाफा हुआ है। डॉक्टरों का कहना है कि हृदय स्वास्थ्य की चुनौतियां अभी भी बरकरार हैं, और यदि वर्ष 2025 में इस पर नियंत्रण पाना है, तो यह जरूरी है कि हम सभी लगातार हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए प्रयासरत रहें। वर्ष 2024 में भारत में हृदय रोगों से हुई मौतों की खबरें प्रमुख रूप से चर्चा में रही। इस साल कई मशहूर व्यक्तित्व भी इस बीमारी के शिकार हुए। 59 वर्षीय अभिनेता ऋतुराज सिंह, 47 वर्षीय अभिनेत्री कविता चौधरी और एमसीए अध्यक्ष अमोल काले जैसी प्रमुख हस्तियों की हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट के कारण मौत हो गई।

यह घटनाएं देशभर में हृदय स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की आवश्यकता को और बढ़ाती हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट, दोनों अलग-अलग स्थितियां हैं, जिनमें हार्ट अटैक तब होता है जब दिल तक रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है, जबकि कार्डियक अरेस्ट में दिल अचानक से धड़कना बंद कर देता है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने इस मुद्दे पर भी अस्वस्थ करने के लिए बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि कोविड-19 के बाद से हृदय स्वास्थ्य के मामलों में वृद्धि हुई है, लेकिन इसके बावजूद वैक्सीनेशन पूरी तरह से सुरक्षित है और किसी भी तरह की हृदय संबंधी समस्या से नहीं जुड़ा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यदि हम आने वाले सालों में हृदय रोगों से बचाव के लिए प्रभावी कदम उठाते हैं, तो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर किया जा सकता है और इन बीमारियों से होने वाली मौतों की संख्या को कम किया जा सकता है।