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बिहार: शव वाहन न मिलने पर परिजन ठेले पर शव ले जाने को मजबूर, स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवाल

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बिहार  Published by: Sanjay Kumar Verma , Date: 19/12/2025 04:34:30 pm Share:
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  • 19/12/2025 04:34:30 pm
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संक्षेप

बिहार: नवादा से फिर एक खबर निकलकर आयी है ,जहां स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल रहा है।

विस्तार

बिहार: नवादा से फिर एक खबर निकलकर आयी है ,जहां स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोल रहा है। जिले गोविंदपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से एक शर्मनाक और संवेदनहीन घटना सामने आई है, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है वहीं मानवता को भी शर्मसार कर रहा है । अस्पताल में शव वाहन की  सुविधा उपलब्ध न होने के कारण एक मृत व्यक्ति के शव को उसके परिजन ठेला पर रखकर घर ले जाने को मजबूर हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार गोविंदपुर बाजार निवासी 30 वर्षीय अखिलेश पंडित की इलाज के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गोविंदपुर में मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद परिजनों ने शव को घर ले जाने के लिए अस्पताल प्रशासन से एंबुलेंस की मांग की, लेकिन उन्हें कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई। मजबूरी में परिजनों ने शव को ठेला पर रखकर अस्पताल से घर तक ले जाया। इस हृदयविदारक दृश्य को देख स्थानीय लोग हतप्रभ रहे और लोगों में आक्रोश फैल गया। लोगों का कहना है कि सरकार द्वारा एंबुलेंस और स्वास्थ्य सुविधाओं पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं, लेकिन ज़मीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। एक मृतक के शव को सम्मानपूर्वक घर पहुंचाने तक की व्यवस्था न होना स्वास्थ्य तंत्र की गंभीर विफलता है।घटना के बाद क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन से मामले की जांच कर दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी और परिवार को इस तरह की पीड़ा न झेलनी पड़े। बता दें कि इसके पूर्व भी जिले के अकबरपुर अस्पताल में भी शव ले जाने के लिए शव वाहन नहीं उपलब्घ होने पर अस्पताल के स्ट्रइचर पर घसीटते हुए अस्पताल से अपने घर ले गए थे ,जिसके बाद सिविल सर्जन की आंख खुली और विभागीय कार्रवाई की गयी। "जिले में दो शव वाहन उपलब्ध है, जिसे टोलफ्री नंबर 102 पर कॉल कर मंगवा सकते हैं ,अस्पताल के चिकित्सक भी मृतक के परिजन को उपलब्ध करा सकते हैं। हमने चिकित्सा प्रभारी डॉ॰ रवींद्र प्रसाद से बात किया ,जिसमें उन्होंने कहा कि हमने परिजन को शव वाहन उपलब्घ करा देने को कहा ,लेकिन वे पास में घर होने की बात कहकर ठेले पर हीं शव लेकर चले गए।  


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