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हरियाणा: कनीना में स्कूल बस पलटने से 7 बच्चों की मौत, 15 बच्चे हुए घायल

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हरियाणा  Published by: Satish Haryana, Date: 11/04/2024 06:04:04 pm Share:
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संक्षेप

हरियाणा: जिला महेंद्रगढ़ में कनीना के समीप उन्हानी गांव के पास आज सुबह प्राइवेट स्कूल की बच्चों से भरी एक बस पलट गई। इस दर्दनाक हादसे में 7 बच्चों की मौत हो गई व 15 से ज्यादा बच्चे घायल हो गए हैं।

विस्तार

हरियाणा: जिला महेंद्रगढ़ में कनीना के समीप उन्हानी गांव के पास आज सुबह प्राइवेट स्कूल की बच्चों से भरी एक बस पलट गई। इस दर्दनाक हादसे में 7 बच्चों की मौत हो गई व 15 से ज्यादा बच्चे घायल हो गए हैं।

इस दर्दनाक हादसे पर भिवानी-महेंद्रगढ़ की पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने इस हादसे में दिवंगत हुए बच्चों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की कि वे उनके माता-पिता को विपदा की इस घड़ी में उन्हें इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। 

पूर्व सांसद ने कहा कि  उन्हें मिली जानकारी के अनुसार प्राइवेट स्कूल की बस के ड्राइवर ने शराब पी रखी थी। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे नौनीहालों की जान ऐसे शराबी ड्राइवर के हाथ में सौंपकर स्कूल प्रशासन ने जघन्य अपराध किया है। उन्होंने कहा कि आज ईद के राष्ट्रीय पर्व पर पूरे देश में छुट्टी होने के बावजूद भी जिले के प्राइवेट स्कूल कैसे खुले हुए हैं?  इसके लिए उन स्कूलों से ज्यादा जिले का शिक्षा विभाग और यहां के अधिकारी जिम्मेदार है।     

उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ जिला प्रशासन, टैक्स विभाग व आरटीओ विभाग द्वारा इन प्राइवेट स्कूलों की गाड़ियों का व ड्राइवरों का समय-समय पर निरीक्षण न करना भी ऐसे हादसों को आमंत्रित करता है। उन्होंने बताया कि उन्हें पता चला है कि उक्त प्राइवेट बस का पिछले 6-7 सालों से कोई इंश्योरेंस नहीं था और ना ही कोई टैक्स जमा था। स्कूल प्रशासन ने भी ऐसे ड्राइवर जो सुबह शराब पीकर  बस चलाते हैं, उनके हवाले बच्चों को सौंपा हुआं था, इसलिए वो भी इन हत्याओं के लिए पूरी तरह जिम्मेदार हैं। 

पूर्व सांसद श्रुति चौधरी ने हरियाणा के मुख्यमंत्री से मांग की है कि मृतक बच्चों के परिवारों को कम से कम 25-25 लाख और घायल बच्चों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए तुरंत मुआवजा देने की घोषणा करें तथा स्कूल प्रबंधको/मालिकों के ख़िलाफ़  हत्या का केस दर्ज करें। उन्होंने इसके साथ ही संबंधित विभाग, जिन्होंने पिछले 7 सालों से गाड़ी का टैक्स जमा नहीं कराया ना ही गाड़ी का इंश्योरेंस कराया तथा जिला शिक्षा अधिकारी जो की छुट्टी के दिन भी स्कूल खुले हुए हैं, उसके लिए पूरी तरह जिम्मेदार है, इनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।

श्रुति चौधरी ने कहा कि, बड़े अचरज की बात है कि इतनी बड़ा हादसा होने के बावजूद भी जिले के सारे स्कूल आज छुट्टी के दिन पूरी तरह ऐसे खुले हुए हैं, जैसे कि जिले में कुछ हुआ ही नहीं। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूलों के मालिकों की मानसिकता दर्शाती है कि उनके लिए बच्चों की जान से ज्यादा पैसा प्यारा है। उन्होंने एक बार फिर से दर्दनाक हादसे में मारे गए मासूम बच्चों को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए परमपिता परमात्मा से प्रार्थना की कि वे उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके अभिभावकों को इस दुख को सहन करने की अपार शक्ति प्रदान करें।