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दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने 'डिजिटल रेस्ट' साइबर फ्रॉड गिरोह के 6 आरोपियों को किया गिरफ्तार, 50 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का खुलासा
- Photo by : social media
संक्षेप
दिल्ली: नई दिल्ली के शाहीन बाग थाना पुलिस ने 'डिजिटल अरेस्ट' के नाम पर ठगी करने वाले इंटरस्टेट साइबर फ्रॉड गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
विस्तार
ख़ुशी गुप्ता/ दिल्ली: नई दिल्ली के शाहीन बाग थाना पुलिस ने 'डिजिटल अरेस्ट' के नाम पर ठगी करने वाले इंटरस्टेट साइबर फ्रॉड गिरोह के 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान चार युवकों नितेश कुमार, देव उर्फ सोनू एसपी, इम्तियाज और महेश्वर पुटिया उर्फ अजय को बॉन्ड डाउन किया गया है। जिनकी भूमिका की भी जांच की जा रही है। डीसीपी डॉ. हेमंत तिवारी के अनुसार आरोपियों के खिलाफ देशभर में नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (NCRP) पर 66 शिकायतें दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस की जांच के दौरान करीब 50 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी का लेन-देन सामने आया है। गिरोह के दो आरोपी अभी भी फरार हैं। डीसीपी के अनुसार 7 दिसंबर को शाहीन बाग थाना पुलिस को ठगी की शिकायत मिली थी। तनवीर अहमद ने बताया कि उन्हें वट्सऐप पर खुद को कर्नाटक पुलिस अधिकारी बताने वाले लोगों ने धमकाया। आरोपियों ने कहा कि उनके आधार और मोबाइल नंबर का इस्तेमाल गंभीर अपराधों में हुआ है। आरोपियों ने 24 घंटे 'डिजिटल अरेस्ट' कर उनसे 99,888 रुपये ऐंठ लिए। डीसीपी के अनुसार इंस्पेक्टर दिनेश कुमार की देखरेख में एसआई गरवित, अक्षय डागर, मनोज, नीरज और हेड कॉन्स्टेबल मनीष ने जांच शुरू की। डीसीपी ने बताया कि दिल्ली, केरल, मुंबई, ओडिशा, पंजाब, यूपी और हरियाणा समेत 7 राज्यों में एक साथ छापेमारी की। सबसे पहले धर्मेन्द्र और सोमवीर को दबोचा। पूछताछ के दौरान मोहम्मद एहतेशामुल हक का नाम सामने आया। दिल्ली पुलिस का कहना था,की मोहम्मद एहतेशामुल हक दुबई भागने की फिराक में था। 11 दिसंबर को पुलिस ने आरोपी की एलओसी खुलवाई। जिसके बाद मुंबई से उसे हवाई जहाज के अंदर से पकड़ लिया। फिर पुलिस ने संतोष को दबोचा और मोहम्मद बुगारी और मोहम्मद शाहिद को निजामुद्दीन स्टेशन से पकड़ा।