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उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री ने गोरखपुर में 200 टी0पी0डी0 क्षमता के गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का लोकार्पण किया

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उत्तर प्रदेश  Published by: Suraj Maurya , Date: 30/04/2025 10:35:19 am Share:
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  • 30/04/2025 10:35:19 am
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उत्तर प्रदेश: प्रधानमंत्री जी ने हमें लक्ष्य दिया कि हर व्यक्ति को क्वालिटी ऑफ लाइफ मिले, इसके लिए वैसा ही वातावरण बनाना आवश्यक: मुख्यमंत्री गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन, स्वच्छ एवं साफ वातावरण की दिशा में डबल इंजन सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल हम प्रधानमंत्री जी के आभारी हैं, उनके नेतृत्व में हम सभी को स्वच्छ व सुंदर वातावरण में रहने का अवसर प्राप्त हुआ, हमारे युवा व नौनिहाल सुरक्षित हैं। गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन से गोरखपुरवासियों को खुले में कूड़े से मुक्ति तथा खुले वाहनों द्वारा कूड़ा परिवहन से होने वाले प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी। सुथनी में 500 टन प्रतिदिन क्षमता के गार्बेज स्टेशन का निर्माण चल रहा है, इसके माध्यम से वेस्ट-टू-वेल्थ बनाने का कार्य किया जाएगा। गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन के माध्यम से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट हेतु प्रयास किए जा रहे हैं, प्राकृतिक विधि से कचरे का निस्तारण हो रहा है, गोरखपुर इसका एक मॉडल बना है। गोरखपुर शहर को जलजमाव की समस्या से मुक्ति के लिए गोड़धोईया नाले का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है। मुख्यमंत्री ने गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का निरीक्षण कर कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया का अवलोकन किया। कूड़ा कलेक्शन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। लखनऊ: 29 अप्रैल, 2025 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर के चरगांवा में नगर निगम गोरखपुर द्वारा 9.89 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 200 टीपीडी क्षमता के गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री जी ने गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का निरीक्षण कर कूड़ा निस्तारण की प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने कूड़ा कलेक्शन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया तथा सफाई मित्रों को सम्मानित करने के साथ ही बच्चों का अन्नप्राशन एवं गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की। उन्होंने विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रतीकात्मक चेक, प्रमाण-पत्र व प्रशस्ति-पत्र प्रदान किए। 

इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज अक्षय तृतीया और भगवान परशुराम की जयंती है। इस पावन अवसर पर गोरखपुरवासियों को यह उपहार प्राप्त हो रहा है। पहले लोग अपने घर के कूड़े को सड़क पर फेंक देते थे, नाली में डाल देते थे, जिससे जल निकासी नहीं हो पाती थी और सड़कों पर पानी बहता था। इस कारण हर तरफ गंदगी दिखती थी। इससे मच्छर पैदा होते थे, जिससे कई बीमारियां फैलती थीं। इंसेफेलाइटिस, मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियां मच्छर से होती हैं।  मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने हमें लक्ष्य दिया कि हर व्यक्ति को क्वालिटी ऑफ लाइफ मिले।इसके लिए वैसा ही वातावरण बनाना आवश्यक होता है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री जी ने 02 अक्टूबर, 2014 को स्वच्छ भारत मिशन कार्यक्रम प्रारंभ किया। क्लीन एवं ग्रीन एनर्जी के लिए देश के सामने लक्ष्य तय किया गया। वर्ष 2070 तक भारत को नेट जीरो कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके दृष्टिगत शासन द्वारा विभिन्न अभिनव प्रयास प्रारंभ किए गए हैं। इन प्रयासों के परिणामस्वरूप स्मार्ट सिटी की परिकल्पना सामने आई है। इस गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन से गोरखपुरवासियों को खुले में कूड़े से मुक्ति मिलेगी तथा खुले वाहनों द्वारा कूड़ा परिवहन से होने वाले प्रदूषण से छुटकारा मिलेगा। स्वच्छ एवं साफ वातावरण की दिशा में डबल इंजन सरकार की यह एक महत्वपूर्ण पहल है।  मुख्यमंत्री जी ने कहा कि स्वच्छता क्या होती है, इसका अंदाजा वर्ष 2017 के पहले जनपद की स्थिति से लगाया जा सकता है। पहले गोरखपुर की पहचान मच्छरों, बीमारियों एवं माफिया से होती थी, किंतु वर्तमान में हम उससे उबर चुके हैं। हमने एक बड़े लक्ष्य को प्राप्त किया है। पहले इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी पूर्वी उत्तर प्रदेश के हजारों बच्चों को निगल लेती थी। इस बीमारी से मुक्ति दिलाने का कार्य किया गया। यह स्वच्छ भारत मिशन के परिणामस्वरूप हुआ। इसके लिए जो मिशन शुरू हुए, यह उसके परिणाम हैं। इस मिशन के लिए हम प्रधानमंत्री जी के आभारी हैं। उनके नेतृत्व में हम सभी को स्वच्छ व सुंदर वातावरण में रहने का अवसर प्राप्त हुआ है। हमारे युवा व नौनिहाल सुरक्षित हैं।  

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज हर घर में शौचालय बनाए जा रहे हैं। हर घर को शुद्ध जल प्राप्त हो रहा है। जगह-जगह कूड़ा घर बनाए जा रहे हैं। आज चरगांवा क्षेत्र में 20 वार्डों के लिए 200 टीपीडी क्षमता के गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन का लोकार्पण हुआ है। इससे इस क्षेत्र में डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन होगा। शहर की अन्य जगहों पर भी इसी तरह के कार्यक्रम संचालित हो रहे हैं। लालडिग्गी में भी इसी प्रकार का एक स्टेशन बनाया जा चुका है। सुथनी में 500 टन प्रतिदिन क्षमता के गार्बेज स्टेशन का निर्माण कार्य चल रहा है। इसके माध्यम से वेस्ट-टू-वेल्थ बनाने का कार्य किया जाएगा। इसमें कचरे के प्रसंस्करण से विभिन्न उपयोगी वस्तुएं जैसे टाइल्स आदि बना सकेंगे। खेती के लिए उपयोगी चीजें भी इससे बनाई जा सकेंगी मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसी भी कार्य के लिए एक विजन होना चाहिए और उस विजन को जमीनी धरातल पर उतारने के लिए इच्छा शक्ति भी होनी चाहिए। ईमानदारी एवं व्यापक दृष्टिकोण के साथ इच्छाशक्ति को परिणाम में बदलने के लिए एक टीम वर्क भी होना चाहिए। वर्ष 2017 के पहले प्रदेश में इन सभी का अभाव था। तब एक ही बरसात में पूरा शहर जलमग्न हो जाता था। गंदगी व मच्छरों का अंबार लगा रहता था। 15 जून के बाद इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी की दहशत हर घर में व्याप्त रहती थी। शासन की दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण आज गार्बेज ट्रांसफर स्टेशन की स्थापना हो रही है। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट हेतु प्रयास किए जा रहे हैं। प्राकृतिक विधि से कचरे का निस्तारण हो रहा है। गोरखपुर उसका एक मॉडल बना है। 


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