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उत्तर प्रदेश: मुठभेड़ में इदरीस और इकबाल गिरफ्तार, SP सिटी के गनर की लूटी राइफल बरामद
- Photo by : SOCIAl media
संक्षेप
उत्तर प्रदेश: जुमे की नमाज के बाद भड़के बरेली बवाल का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई के बीच देर रात सीबीगंज थाना
विस्तार
उत्तर प्रदेश: जुमे की नमाज के बाद भड़के बरेली बवाल का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है। पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई के बीच देर रात सीबीगंज थाना क्षेत्र के बंडीया नहर किनारे बड़ा घटनाक्रम सामने आया। पुलिस ने मुठभेड़ में बवाल में शामिल दो बड़े आरोपियों इदरीस और इकबाल को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपी शाहजहांपुर जिले के रहने वाले हैं और बरेली में हुए उपद्रव में सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। पुलिस के मुताबिक, इदरीस पर 20 मुकदमे और इकबाल पर 17 मुकदमे दर्ज हैं। दोनों शातिर अपराधी शाहजहांपुर से बरेली पहुंचे थे और यहां हिंसा फैलाने में शामिल रहे। घटना के दौरान इन्होंने पुलिस पर पथराव और फायरिंग की थी। यही नहीं, आरोपियों ने SP सिटी मानुष परिक के गनर से सरकारी राइफल लूट ली थी। पुलिस की कार्रवाई और एनकाउंट पुलिस सूत्रों के अनुसार, देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने सीबीगंज थाना क्षेत्र के बंडीया नहर के पास घेराबंदी की। खुद को घिरा देख आरोपियों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपी घायल हो गए और उन्हें दबोच लिया गया। मौके से लूटी गई सरकारी राइफल और एंटी-टियर गन बरामद की गई। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बरेली बवाल की जांच के दौरान लगातार इन दोनों की तलाश की जा रही थी। दोनों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं। पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ जारी है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इनके तार किससे जुड़े हैं और किसने इन्हें दंगे में शामिल होने के लिए उकसाया। अपराध का लंबा इतिहास जांच में सामने आया कि इदरीस पर हत्या, लूट और गैंगस्टर जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं। वहीं, इकबाल भी कई बार जेल जा चुका है और उस पर 17 मुकदमे दर्ज हैं। दोनों पेशेवर अपराधी हैं और बरेली में दंगे के दौरान सक्रिय भूमिका निभा रहे थे। पुलिस का मानना है कि इनके शामिल होने से उपद्रव और ज्यादा खतरनाक हो गया था। बरामदगी से खुला बड़ा राज पुलिस ने बताया कि इदरीस के पास से एक एंटी-टियर गन भी बरामद की गई है, जो दंगे के दौरान पुलिस पर फेंकी गई गैस के इस्तेमाल से जुड़ा हुआ है। वहीं, इकबाल से SP सिटी मानुष परिक के गनर की लूटी गई सरकारी राइफल बरामद की गई। यह बरामदगी पुलिस के लिए बड़ी सफलता मानी जा रही है, क्योंकि इससे बवाल की गंभीरता और आरोपियों की योजना का अंदाजा लगता है। पुलिस की सख्त चेतावनी एसएसपी बरेली ने कहा कि उपद्रव और हिंसा फैलाने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने साफ किया कि जिन लोगों ने शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। निर्दोषों को परेशान नहीं किया जाएगा, लेकिन दंगाइयों और उनके मददगारों पर पुलिस का शिकंजा और कसता जाएगा। बरेली बवाल के बाद से प्रशासन और पुलिस लगातार सख्त रुख अपनाए हुए हैं। इदरीस और इकबाल की गिरफ्तारी और एनकाउंटर इस कार्रवाई का बड़ा हिस्सा है। बरामद हथियारों से यह साफ हो गया है कि उपद्रव योजनाबद्ध तरीके से किया गया था। अब पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि इनके पीछे कौन-कौन से लोग थे और किसने इन्हें दंगे में शामिल होने के लिए भेजा था।
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