Contact for Advertisement 9650503773


उत्तराखंड: गांवों के नाम बदलने पर ऐतिहासिक फैसले पर मुख्यमंत्री धामी का भव्य स्वागत करेंगे - स्वामी यतीश्वरानंद  

- Photo by :

उत्तराखंड  Published by: Harish Upadhyay , Date: 02/04/2025 03:30:52 pm Share:
  • उत्तराखंड
  • Published by: Harish Upadhyay ,
  • Date:
  • 02/04/2025 03:30:52 pm
Share:

संक्षेप

उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गांवों के नाम बदलने की प्रक्रिया पर गाजीवाली, चांदपुर के साथ खानुपर ब्लॉक के ग्राम प्रधानों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के साथ प्रदेश सरकार का आभार जताया। स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस ऐतिहासिक निर्णय पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा।  
 

विस्तार

उत्तराखंड: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की गांवों के नाम बदलने की प्रक्रिया पर गाजीवाली, चांदपुर के साथ खानुपर ब्लॉक के ग्राम प्रधानों ने पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद के साथ प्रदेश सरकार का आभार जताया। स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस ऐतिहासिक निर्णय पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा।  
भगवानपुर ब्लॉक के ग्राम औरंगजेबपुर का नाम अब शिवाजी नगर, बहादराबाद ब्लॉक के दो गांवों के नाम बदले हैं, जिनमें गाजीवाली का नाम आर्यनगर और चांदपुर का नाम ज्योतिबा फुले नगर किया गया है। 

नारसन ब्लॉक के दो गांवों में मोहम्मद पुर जट्ट का नाम मोहनपुर जट्ट और खानपुर कुर्सली का नाम अम्बेडकर नगर रखा गया है। खानपुर ब्लॉक के भी दो गांवों के नाम बदले हैं, जिनमें खानपुर का नाम श्री कृष्णपुर और इदरीशपुर का नाम नंदपुर कर दिया गया है। रुड़की ब्लॉक में केवल एक गांव का नाम बदला है, जिसे अकबरपुर फाजलपुर से बदलकर अब विजय नगर का नाम दिया गया है। रुड़की नगर निगम आसफनगर को देव नारायण नगर और सलेमपुर राजपुताननगर का नाम शूरसैन नगर किया गया है। इनके नाम बदलने पर पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि उत्तराखंड के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व वाली उत्तराखंड सरकार ने उन ग्रामों के नाम बदलने का कार्य शुरू किया है जो हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति के अनुरूप नहीं हैं। 

उदाहरण के तौर पर, गाजीवाली का नाम बदलकर आर्यनगर किया गया है। मां गंगा के तट पर स्थित यह ग्राम स्वामी श्रद्धानंद द्वारा स्थापित प्राचीन गुरुकुल कांगड़ी के निकट है और कांगड़ी ग्राम के साथ यह ग्राम भी स्वामीजी की कर्मभूमि रहा है। इसी प्रकार ग्राम चांदपुर का नाम बदलकर ज्योतिबाफुले नगर किया गया है, जो महात्मा ज्योतिबा फुले जी के समाज सुधार की संघर्षगाथा को एक श्रद्धांजलि है। उन्होंने इस ऐतिहासिक कार्य के लिए मुख्यमंत्री का हृदय की गहराइयों से धन्यवाद किया है। इस मौके पर तुगलपुर ग्राम प्रधान श्यामपाल, सोहनवीर सैनी, खानपुर प्रधान चौधरी अरविंद, बबली प्रधान, कान्हावाली राजू वर्मा, पौडावाली शशी चौधरी, चंद्रपुरी के प्रधान हरीश चौधरी, सुरेंद्र प्रधान, सुखदेव प्रधान, प्रधान महक सिंह जोगावाला, संदीप प्रधान भारूवाला, भीम सिंह गोवर्धनपुर, सिंकदरपुर के कृष्ण प्रधान, चंद्रपुरी खादर अमरपाल प्रधान, वहीं दूसरी ओर गाजीवाला में ग्राम प्रधान अनिल कुमार, नकली राम, संदीप कुमार, अश्वनी कश्यप, सुमित प्रधान, नवीन कुमार, टिंकू पाल, वैभव, अब्दुल सलाम, मोहसिन अली, पलटू राम, आकाश सैनी, अक्षत सैनी, गुरमीत सैनी, दीपक सैनी आदि शामिल हुए।