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उत्तर प्रदेश: गाजीपुर में काशीदास की पूजा के दौरान सिपाही और उनके भाई समेत 4 की मौत

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उत्तर प्रदेश  Published by: Ramkesh Vishwakarma , Date: 21/05/2025 05:57:15 pm Share:
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  • 21/05/2025 05:57:15 pm
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संक्षेप

उत्तर प्रदेश: गाजीपुर में काशीदास पूजन के दौरान करंट से सिपाही, उसके भाई समेत 4 लोगों की मौत हो गई। 3 लोग झुलस गए हैं। हादसा उस वक्त हुआ, जब पूजन के लिए मंडप बनाया जा रहा था। एक गीला बांस ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया।

विस्तार

उत्तर प्रदेश: गाजीपुर में काशीदास पूजन के दौरान करंट से सिपाही, उसके भाई समेत 4 लोगों की मौत हो गई। 3 लोग झुलस गए हैं। हादसा उस वक्त हुआ, जब पूजन के लिए मंडप बनाया जा रहा था। एक गीला बांस ऊपर से गुजर रही हाईटेंशन लाइन से टकरा गया।

पलक झपकते ही बांस पकड़े हुए 7 लोग करंट की चपेट में आ गए। अचानक हुए हादसे से वहां भगदड़ मच गई। कुछ युवकों ने डंडे से करंट की चपेट में आए सातों लोगों को छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

आसपास के लोग करंट की चपेट में आए झुलसे लोगों को नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां 4 को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मरने वाले चारों लोग यादव समाज से हैं। घटना जिला मुख्यालय से 30 किमी दूर मरदह थाना के नरवर गांव की है।

हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में लोग घायलों को अस्पताल ले गए। 
हादसे के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई। आनन-फानन में लोग घायलों को अस्पताल ले गए।
बिजली का झटका लगा तो बांस बीच से जलकर टूटा

प्रत्यक्षदर्शी लल्लन सिंह ने बताया- नरवर गांव में पंथी सुरेंद्र यादव के घर पर काशीदास बाबा का पूजन कार्यक्रम था। इसकी तैयारियां घर के बाहर चल रही थीं। केले और बांस से पूजा का मंडप बनाया गया था। एक बड़े बांस पर धार्मिक झंडा लगाया गया था।

झंडा सुबह ही खड़ा कर दिया गया था। सुबह साढ़े 7 बजे पंडित सुरेंद्र यादव ने कहा कि झंडे में आम की पल्लव लगानी है। इसके लिए बांस को नीचे करना पड़ेगा। हम लोगों ने बांस को नीचे किया और उसमें आम की पल्लव लगाई गई।

प्रत्यक्षदर्शी लल्लन सिंह ने बताया- आम की पल्लव लगाने के लिए दोबारा उतारा गया था बांस। 
प्रत्यक्षदर्शी लल्लन सिंह ने बताया- आम की पल्लव लगाने के लिए दोबारा उतारा गया था बांस।
इसके बाद जब दोबारा बांस को खड़ा किया जा रहा था, तभी हरा बांस 55 फीट ऊंचाई से गुजर रही 4 लाख वोल्ट की हाईटेंशन लाइन से टकरा गया। बांस को लगभग 10 लोगों ने पकड़ा हुआ था। जैसे ही झटका लगा, गनीमत रही कि बांस बीच से जलकर टूट गया। दो-तीन लोग तुरंत अलग हो गए, लेकिन सात लोग करंट की चपेट में आ गए।

उस समय वहां लगभग 200 लोग मौजूद थे। अचानक हुए हादसे से वहां अफरा-तफरी मच गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। हम लोगों ने डंडे की मदद से करंट की चपेट में आए लोगों को बचाने की कोशिश की। किसी तरह सूखे डंडे से बांस को हाईटेंशन लाइन से हटाया गया। इसके बाद लाइनमैन को फोन कर बिजली सप्लाई बंद करवाई गई।

हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए हैं।
हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए हैं।
सिपाही और उसके सगे भाई की मौत SDM कासिमाबाद संजय यादव ने बताया- हादसे के बाद लोग घायलों को मऊ के फातिमा अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने छोटेलाल यादव (35), रविंद्र यादव उर्फ कल्लू (29), गोरख यादव (23) और अमन यादव (19) को मृत घोषित कर दिया।

रविंद्र और गोरख यादव सगे भाई थे। वहीं अभिरिक (16), संतोष (32) और जितेंद्र यादव (30) झुलस गए। सभी नरवर गांव के रहने वाले हैं। घायलों को मऊ के फातिमा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पंथी सुरेंद्र के ही भतीजे थे रविंद्र और गोरख गांव के ही रहने वाले अजीत ने बताया- गांव के पंथी सुरेंद्र यादव के घर पर ही पूजा का कार्यक्रम था। मृतकों में शामिल रविंद यादव उर्फ कल्लू और गोरख यादव भी सुरेंद्र यादव के ही भतीजे थे। दोनों बांस को पकड़कर खड़े हुए थे, तभी पास से गुजर रहे रिहंद परियोजना के 4 लाख हाईटेंशन लाइन ने उन्हें खींच लिया।

गांव के रहने वाले अजीत बोले- रिहंद परियोजना की हाईटेंशन लाइन से हुआ हादसा। 
गांव के रहने वाले अजीत बोले- रिहंद परियोजना की हाईटेंशन लाइन से हुआ हादसा।
सिपाही की डेढ़ साल पहले हुई थी शादी, 6 महीने की बेटी है

30 साल के रविंद्र यादव का 2018 में यूपी पुलिस में सिलेक्शन हुआ था। वह अभी अंबेडकरनगर के टांडा पुलिस चौकी में तैनात था। रविंद्र की शादी डेढ़ साल पहले हुई थी। उसकी 6 माह की एक बेटी है। परिवार में दो बहनें और दो भाई हैं। सिपाही का भाई गोरख यादव अविवाहित था।

यह वही बांस है, जो हाईटेंशन लाइन से टकराया। पूजा के लिए पूरे मैदान को सजाया गया था। 
यह वही बांस है, जो हाईटेंशन लाइन से टकराया। पूजा के लिए पूरे मैदान को सजाया गया था।
SDM बोले- आयोजन की परमिशन नहीं ली गई थी SDM सदर मनोज पाठक ने बताया- इतने बड़े आयोजन में हाईटेंशन लाइन के बीच हरे बांस और पंडाल लगाना हादसे का कारण बना। आयोजन को लेकर प्रशासन से कोई अनुमति नहीं ली गई थी।

फिलहाल, मृतकों के परिवार से संपर्क किया जा रहा है। अगर उनके नाम से जमीन होगी तो 'यूपी दुर्घटना बीमा योजना' के तहत मुआवजा दिया जाएगा। फिलहाल, घायलों का बेहतर इलाज हमारी प्राथमिकता है।

सीएम ने हादसे का संज्ञान लिया, ऊर्जा मंत्री ने जांच के आदेश दिए

इधर, सीएम योगी ने हादसे का संज्ञान लिया है। उन्होंने अफसरों को तुरंत मौके पर पहुंचने को कहा है। साथ ही घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा- घटना बेहद दुखद है। घटना की जानकारी मिलते ही हमने एमडी, पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम, डीएम गाजीपुर, डीएम मऊ और एमडी विद्युत उत्पादन निगम से बात की। घायलों को हर संभव मदद प्रदान करने का आग्रह किया गया है। हादसे की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।