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Delhi Election 2025: एनसीपी संगम विहार विधानसभा विधायक उम्मीदवार की जनता से अपील

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दिल्ली   Published by: Qamar Ali Idrisi , Date: 16/12/2024 10:26:56 am Share:
  • दिल्ली
  • Published by: Qamar Ali Idrisi ,
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  • 16/12/2024 10:26:56 am
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विस्तार

एनसीपी विधायक उम्मीदवार

संगम विहार विधानसभा

 

संगम विहार विधानसभा के मेरे बुजुर्ग मेरी माँएं मेरी बहने मेरे भाई और मेरे दोस्त।

आप सभी से कुछ सवाल करना चाहता हूं और दिल से कुछ कहना चाहता हूं।

संगम विहार पूरी की पूरी विधानसभा में आप और हम जिस तरह की व्यवस्था में जिंदगी गुजार रहे हैं आप सभी यहां के हालात को भली भांति जानते और समझते हो।

क्या आपके पास कोई जवाब है इस सब का के आखिर ऐसा क्यों है और जिम्मेदार कौन है।

 

1 संगम विहार में जो पानी के नाम पर टैंकर माफिया और बोरिंग कब्जा किए बैठे लोग सिर्फ आपकी जेब काटते हैं और इसके बावजूद आप फिर भी पानी की बूंद बूंद को तरस रहे हैं,क्या आपने इसको सचमुच अपनी किस्मत ही मान लिया है ???

1 क्या संगम विहार में जो मेन सड़कें हैं क्या वो आपको लगता है ठीक नहीं हो सकतीं??

,क्या आपने इसको भी अपनी किस्मत ही मान कर कुबूल कर लिया है।

जबकि इन रोड्स को चौड़ा करने के लिए विधायक दिनेश मोहनिया ने कई बार वादे किए पर इसको कराने की इच्छा नहीं होने के कारण ये नहीं हो सका।

जिसको की आप अपनी फूटी किस्मत समझ कर कुबूल कर चुके हो।

सवाल ये है कि अगर विधायक और सरकार चाह लेती तो क्या इसे ठीक होने से कोई रोक सकता था?

 

2 इसके बाद आप संगम विहार के सभी लोगों से ये पूछूंगा के क्या संगम विहार विधानसभा चारों कोनो पर पड़ी खाली जमीन पर क्या सरकारी अच्छे स्कूल नहीं बन सकते थे ??

आखिर विधायक ने पिछले दस सालों में स्कूल क्यों नहीं बनाया कोई जबकि आपकी बेटियां बेटे तुगलकाबाद एक्सटेंशन या मदनगीर, में कई किलोमीटर दूर जाकर पढ़ने के लिय मजबूर है।

आखिर आपने क्या इसको भी अपनी खराब किस्मत ही मान लिया?

 

3 पूरे संगम विहार में एक भी हॉस्पिटल नहीं है।

यहां तक कि कोई इमरजेंसी हो तो सफदरजंग या मालवीया नगर,या आंबेडकर नगर भागना पड़ता है।

जबकि रोड की हालत ये है कि कभी कभी संगम विहार से बाहर निकलने के लिए घंटों जाम में फंसे रहना पड़ता है।

एशिया की सबसे बड़ी कॉलोनी में अगर कोई हॉस्पिटल नहीं है।

आपकी बहू बेटी की डिलेवरी के लिए फौरन इमरजेंसी में हॉस्पिटल की जरूरत हो और आपको संगम विहार में हॉस्पिटल नहीं होने के कारण सफदरजंग या मालवीयनगर या आंबेडकर नगर जाना पड़े और फिर संगम विहार के मैंन रास्ते पर जाम के कारण आप वक्त पर हॉस्पिटल नहीं पहुंच सकें और ऐसे में आपके पेशेंट को कुछ हो जाता है तो जिम्मेदार कौन है?

क्या आप इसको भी अपनी खराब किस्मत ही मान लेंगे?

आप लोग जिस बिजली फ्री के झांसे में आकर गुमराह हुए और अब महिलाओं के बस के फ्री किराय पर इनको वोट करके सरकार बनाने में मदद कर रहे हैं आप सोच कर देखो के महिलाओं के फ्री किराय और झूठ मूठ के बिजली बिल माफी (जो कि अब खूब बड़े बड़े बिल आ रहे हैं) भर से आप इनको सत्ता में बैठा रहे हो क्या वाकी के काम जो असल में आपके संगम विहार की सबसे बड़ी जरूरत हैं क्या उस फ्री किराय से ज्यादा अहम नहीं हैं।

ऐसे बहुत से काम जो संगम विहार में जिनकी जरूरत है।

आपको अच्छे और चौड़े रोड की सख्त जरूरत है।

आपको इतने बड़े संगम विहार में कमसे कम दो अच्छे और बड़े हॉस्पिटल की सख्त जरूरत है।

आप को परमानेंट साफ पानी जो की भरपूर मात्रा में इसकी सख्त जरूरत है।

आपके बच्चों के लिए कमसे कम तीन स्कूल की सख्त जरूरत है।

साथ ही कमसे कम दो से तीन सरकारी बारात घर की सख्त जरूरत है।

शमशान हो या कब्रिस्तान दोनों के लिए आंख बंद किए रखीं,

संगम विहार में एक कब्रिस्तान है जिसकी देख रेख जो कमेटी कर रही है वो विधायक से कह कह कर परेशान हो चुकी के उनके कब्रिस्तान में जरूरी सुविधाओं का काम करा दें,पर विधायक ने काम कराने के बजाय उधर कमेटी द्वारा लगाई गई शेडिंग बन विभाग ने तोड़ डाली वो तक नहीं बचाई गई।

बड़े ही अफसोस की बात है पूरे इतने बड़े संगम विहार में एक भी श्मशान नहीं है जो कि संगम विहार में हमारे हिंदू भाई अपनों का क्रियाक्रम संगम विहार में ही करना चाहें तो आसानी से कर सकें उनको कालका मंदिर या और दूर दूर अपने लोगों को लेकर मजबूरी में जाना पड़ता है,बहुत ही शर्म की बात है, एक श्मशान है भी तो उस पर आय दिन कुछ ना कुछ कार्यवाही होती ही रहती है,,ये सब जरूरतें क्यों नहीं दिखाई दीं विधायक को असल में विधायक की आंखों में आँखें डाल कर आज तक किसी ने नहीं पूछा कि तुम्हें हमने विधायक और कौनसे काम करवाने के लिए बनाया था।

कौनसे काम किय 10 सालों में विधायक ने रतिया मार्ग जब मन में आता है विधायक खुदवा कर डलवा देते हैं महीनों महीनों लोग खुदे पड़े रास्ते के कारण अपनी जिंदगी खराब किए हुए रहते हैं ना कोई विपक्ष इस पर आंदोलन करता है ना ही कोई शिकायत करता है अजीब बात है,ऐसा लगता है सब मिल जुल कर मौज ले रहे हैं।

सबसे बड़ी मजे की बात ये है विधायक का कहना है कि उन्होंने काम किया है पर जमीन पर स्थिति बद से बदतर है साफ दिखाई देती है।

कोई काम नहीं किया पूरे दस साल हो चुके और इस बार फिर आम आदमी पार्टी ने उनको ही टिकिट दिया है जबकि पूरा इलाका जानता है विधायक दोनों बार जीतने के बाद 4, 4, साल तक नजर भी नहीं आय इलाके में

जबकि खुद उन्हीं की पार्टी के लोग कहते हैं कि विधायक ने संगम विहार विधानसभा की मट्टी पलीत कर रखी है।

आप से बड़ी इज्जत और आदर से यही कहूंगा के आप वोट डाल कर जिता कर विधायक दिनेश मोहनिया को जिस विधानसभा में भेजते हो और इलाके के विकास के लिए वा कायदा फंड सरकार की तरफ से हर विधायक को मिलता है पर कभी अपने पूछा के भाई विधायक जी फंड कहां लगाया अपने जबकि काम तो कुछ हुआ नहीं है।

अब आप ये बताओ के संगम विहार विधानसभा क्या किसी और देश में है के हम अपनी किस्मत को रोते रहें। इस विधानसभा की बदहाली आखिर दूर क्यों नहीं हो पा रही है,,पानी,सड़क, स्कूल, हॉस्पिटल जैसी बेसिक जरूरत भी पूरी ना कर सके जो विधायक तो फिर किस काम के लिय चुन कर भेजा गया।

वहीं जबकि संगम विहार से कुछ मिनटों की दूरी पर ग्रेटर कैलाश, अलखननंदा है वो भी इसी देश में हैं और हमसे थोड़ी ही दूरी पर हैं। उनको सब सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन संगम विहार के लोग बस अपनी किस्मत को पीटते रहें और विधायक खुद अपनी पीठ थपथपाये वाह जी वाह।

ऐसा कब तक चलेगा

आप क्यों नहीं समझ रहे अपने हक को

आप कब तक खुद को ग्रेटर कैलाश के लोगों से नीचे समझते रहोगे

भाईयो वोट आप भी दे रहे हो वो भी दे रहे हैं

पर सुविधा उनको मिल रही है पर आपको क्यों नहीं

आप सोचना फिर समझ आ जाएगा

असल में विकास करवाने के लिए खुद का मानसिक विकास सबसे जरूरी है। हम चुपचाप थोड़े से लालच में वोट दिए जा रहे हैं जो कि महिलाओं का बस किराया फ्री,,या झूठी बिजली फ्री और जब विधायक इसके सहारे काम नहीं करता तो हम इसे भी अपनी किस्मत ही खराब है कह कर पल्ला झाड़ ले रहे हैं ।

दोस्तो मेरे बुजुर्गों आप यकीन मानें ये खराब किस्मत के कारण नहीं है।

ये असल में विधायक के जीतने के बाद उसकी खराब नीयत के कारण आप ये सब भुगत रहे हो।

वो विधायक खुद तो अमीर होता जा रहा है पर जिस काम के लिय उसे आप लोगों ने चुना है वो इस सबको करने की ना तो सोच रखता है ना ही उसकी ऐसी नीयत है।

आपने दस साल से ज्यादा उसको दिए तीसरी बार विधायक बनाया,पर मिला क्या कुछ नहीं

दोस्तो ये सभी काम बिल्कुल हो सकते हैं बस करने के लिए इच्छा शक्ति ईमानदारी और साफ दिल से जनता की तकलीफ को समझने वाला चाहिए।

 

मैं एनसीपी पार्टी से संगम विहार विधानसभा चुनाव में आ रहा हूं,आपका साथ, आपका सपोर्ट, आपका वोट, मुझे अगर मिला तो आप यकीन करें मैं इस संगम विहार के लिए वो सब काम करूंगा जिसको देख देख कर मैं बेचैन रहता हूं,और यही सोचता हूं के काश मैं विधायक होता तो ये काम ऐसे कर देता इसको वैसे कर देता।

आप यकीन करें मैं कोई नेता नहीं हूं एक इंसान जरूर हूं कि मैं इंसान होने की वजह से इंसानों की जरूरत को समझते हुए वो सब कुछ करूंगा जो मेरे इलाके के लिय जरूरी है। जो जो मैने लिखा है पूरे होश हवास में लिखा है ये काम और साथ में वाकी के सभी विकास के काम हर हाल में करके ही दम लूंगा।

बस आप अपनी जिम्मेदारी निभा दें एक बार सचमुच में काम के लिए वोट कर दें।

धर्म,लालच और झूठे वादों में नहीं फंस कर एक बार मुझे वोट कर दें मैं यकीन दिलाता हूं के आपको निराशा नहीं होगी जितने काम ऊपर लिखे हैं इनसे कहीं ज्यादा काम होंगे,बल्कि विधायक के अंडर में जो जो भी काम होंगे सब कुछ करके दिखा दूंगा के काम कैसे होता है।

भगवान, वाहे गुरु, अल्लाह,पर भरोसा है तो मुझ पर भी आप एक बार भरोसा करके देखें, मैं यहां की व्यवस्था बदल कर रख दूंगा आप यकीन करें।

आप चाहें तो मुझसे लिखवा लें दो साल में ही अगर आपको काम नजर ना आए तो मैं विधायक पद से स्तीफा दे दूंगा,ये सब आप लोग चाहें तो एक एफिडेविट पर लिख कर देने को तैयार हूं साइन करके दूंगा जिससे कल आप मुझे पकड़ सकें।

बस एक बार संगम विहार को ठीक करने का मौका दे दें।

एक बार सिर्फ एक बार मौका दे।

 

आपका पत्रकार

कमर अहमद

महासचिव दिल्ली प्रदेश

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी

9999788492