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झारखण्ड: PM मोदी ने सांसद कार्यशाला में दिया विकसित भारत 2047 का मंत्र, डिजिटल जुड़ाव पर जोर

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झारखण्ड:  Published by: Ankit Kumar Singh , Date: 11/09/2025 10:59:57 am Share:
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  • 11/09/2025 10:59:57 am
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संक्षेप

झारखण्ड: नई दिल्ली में भाजपा की दो दिवसीय ‘सांसद कार्यशाला’ का समापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन के साथ हुआ। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “विकसित भारत 2047 क लक्ष्य केवल स्वदेशी

विस्तार

झारखण्ड: नई दिल्ली में भाजपा की दो दिवसीय ‘सांसद कार्यशाला’ का समापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन के साथ हुआ। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “विकसित भारत 2047 क लक्ष्य केवल स्वदेशी और आत्मनिर्भरता की राह पकड़ कर ही संभव है।” इस कार्यशाला में भाजपा के सभी लोकसभा और राज्यसभा सांसद शामिल हुये। उपराष्ट्रपति चुनाव से पूर्व आयोजित इस सत्र का उद्देश्य सांसदों को अपने क्षेत्रों में अधिक सक्रिय बनाना, डिजिटल माध्यमों से मतदाताओं तक पहुंच मजबूत करना और संवाद शैली को धार देना था। कार्यशाला में विपक्षी नैरेटिव जैसे राहुल गांधी के “नरेंद्र-सरेन्डर” पर चर्चा हुई और उदाहरण दिये गये कि कैसे जनता ने सोशल मीडिया पर इसका मजाक उड़ाकर जवाब दिया। 

PM मोदी ने सांसदों से कहा कि वे विकसित भारत 2047 की दृष्टि को अपने डिजिटल प्लेटफार्मों पर जन-जन तक पहुंचायें। उन्होंने यह भी कहा कि निरंतर सोशल मीडिया सक्रियता से “सांसद और जनता के बीच की दूरी खत्म होगी और सरकारी योजनाओं का प्रचार जनांदोलन बनेगा।” दूसरे दिन केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने आगामी “सेवा पखवाड़ा” (17 सितम्बर – 25 दिसम्बर) और “सांसद खेल महोत्सव” की रूपरेखा पर चर्चा की। कार्यशाला की मुख्य बातें  डिजिटल पहुंच पर जोर: सांसदों को निर्देश दिया गया कि वे फेसबुक-एक्स पर रोज़ 4-5 पोस्ट/वीडियो, इंस्टाग्राम पर 2-3 पोस्ट और यूट्यूब पर हर हफ्ते 3 शॉर्ट व 1 लॉन्ग वीडियो साझा करें। वीडियो कंटेंट प्राथमिकता: 60% सामग्री वीडियो आधारित रखने की अपील हुई। नमो ऐप को “डिजिटल रथ” बताया गया, जो योजनाओं और नारी शक्ति को आगे बढ़ाने का सशक्त साधन बनेगा।
स्थानीय इन्फ्लुएंसर से सहयोग, एनालिटिक्स द्वारा प्रदर्शन का मूल्यांकन और सरकारी योजनाओं को सरल भाषा में प्रस्तुत करने पर बल दिया गया। सांसदों को यह भी चेताया गया कि वे गलत सूचना और जटिल भाषा से बचें।
 


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