-
☰
राजस्थान: नागौर में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया जारी, 72.36% मतदाता मैपिंग पूर्ण
- Photo by : SOCIAL MEDIA
संक्षेप
राजस्थान: प्रत्येक मतदाता की हो रही मैपिंग, व्यवस्था ऐसी कि बीएलओ पहुंचेंगे प्रत्येक घर, हर क्षण हो रही सतत मॉनिटरिंग- जिला निर्वाचन अधिकारी एसआईआर से मतदाता सूची होगी और
विस्तार
राजस्थान: प्रत्येक मतदाता की हो रही मैपिंग, व्यवस्था ऐसी कि बीएलओ पहुंचेंगे प्रत्येक घर, हर क्षण हो रही सतत मॉनिटरिंग- जिला निर्वाचन अधिकारी एसआईआर से मतदाता सूची होगी और अधिक सटीक, पारदर्शी और अद्यतन - पुरोहित जिला निर्वाचन अधिकारी अरुण कुमार पुरोहित ने रविवार को एसआईआर को लेकर दी जानकारी 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक घर-घर गणना प्रपत्र का वितरण एवं संग्रहण,इस अवधि में किसी को नहीं देने होंगे दस्तावे नागौर,2 नवम्बर /भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की प्रक्रिया 28 अक्टूबर 2025 से प्रारंभ हो गई है जो 7 फरवरी 2026 तक चलेगी। इस प्रक्रिया का उद्देश्य मतदाता सूची को पूर्णतः सटीक, पारदर्शी और अद्यतन बनाना है ताकि प्रत्येक पात्र नागरिक को मतदान का अधिकार सुनिश्चित हो सके। जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) अरुण कुमार पुरोहित ने विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2025 तक प्रशिक्षण एवं गणना प्रपत्रों के मुद्रण का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक घर-घर गणना प्रपत्र का वितरण एवं संग्रहण किया जाएगा, जिससे प्रत्येक पात्र नागरिक की जानकारी सटीक रूप से एकत्र की जा सके। डीईओ पुरोहित ने बताया कि 9 दिसंबर 2025 को मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित किया जाएगा, ताकि नागरिक अपनी प्रविष्टियों की जांच कर सकें और आवश्यक संशोधन के लिए आवेदन प्रस्तुत कर सकें। 9 दिसंबर से 8 जनवरी 2026 तक दावे एवं आपत्तियां स्वीकार की जाएगी, जबकि 9 दिसंबर से 31 जनवरी 2026 तक नोटिस फेज के दौरान प्राप्त दावों एवं आपत्तियों की सुनवाई और सत्यापन किया जाएगा। अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित की जाएगी, जिससे जिले की सभी विधानसभा क्षेत्रों की सूचियां अद्यतन रूप में उपलब्ध होंगी। पुरोहित ने बताया कि वर्ष 2025 में नागौर जिले की पांच विधानसभा क्षेत्रों में कुल 14,15,073 मतदाता पंजीकृत हैं, जिनमें जायल विधानसभा में 2,71,876 नागौर में 2,82,950 खींवसर में 2,92,047 मेड़ता में 2,94,690 तथा डेगाना विधानसभा क्षेत्र में 2,73,510 मतदाता शामिल हैं। जिले में वर्तमान में कुल 1294 मतदान केन्द्र हैं, जिले में 1294 बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) कार्यरत हैं जो घर-घर संपर्क, मतदाता सूची का अद्यतन तथा फॉर्म भरवाने का कार्य कर रहे हैं। सभी बीएलओ और उनके पर्यवेक्षकों का प्रशिक्षण पूर्ण किया जा चुका है तथा कार्य गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए रिफ्रेशर सत्र आयोजित किए जा रहे हैं। जिला निर्वाचन अधिकारी पुरोहित ने बताया कि अधिकांश मतदाताओं से कोई डॉक्युमेंट लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। बीएलओ 2002 की सूची के आधार पर मतदाताओं की मैपिंग कर रहे हैं। अगर किसी व्यक्ति से दस्तावेज़ लेना जरूरी हो तो वह बीएलओ को सहयोग प्रदान करे। सुपरवाइजर, ईआरओ, डीईओ से लेकर सीईओ स्तर तक कड़ी निगरानी: डीईओ पुरोहित ने बताया कि वर्तमान में प्रत्येक बूथ पर औसतन 1093 निर्वाचक पंजीकृत हैं, जबकि जिले में पांच निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (ईआरओ) - नागौर, जायल, खींवसर , डेगाना और मेड़ता तथा सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी (एईआरओ) नियुक्त किए गए हैं जो अपने-अपने क्षेत्रों में एसआईआर की संपूर्ण प्रक्रिया का पर्यवेक्षण कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बीएलओ प्रतिदिन अपनी कार्य प्रगति का अभिलेखन कर रहे हैं, जिसके आधार पर ईआरओ, डीईओ और सीईओ स्तर पर कार्य का पर्यवेक्षण और मूल्यांकन किया जा रहा है। मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से एसआईआर की संपूर्ण प्रक्रिया से अवगत कराया गया है ताकि सभी चरणों की स्पष्ट जानकारी प्राप्त हो सके। सभी राज्यों की मतदाता सूचियां ईसीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध हैं और यह लिंक मुख्य निर्वाचन अधिकारी की वेबसाइट पर भी देखा जा सकता है। हर घर तक पहुंचेंगे बीएलओ, आपको कहीं जाने की जरूरत नहीं: जिला निर्वाचन अधिकारी पुरोहित ने बताया कि विगत एसआईआर की मतदाता सूची में यदि किसी मतदाता के माता-पिता या दादा-दादी का नाम सम्मिलित है तो उनके सटीक पारिवारिक संबंधों के आधार पर मैपिंग किया जा रहा है, जिससे अधिकांश मतदाताओं से दस्तावेज लेने की आवश्यकता नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि यह पुनरीक्षण अभियान पूर्णतः पारदर्शी, समावेशी एवं नागरिक सहभागिता पर आधारित रहे ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में प्रत्येक पात्र नागरिक की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने ने स्पष्ट किया है कि इस प्रक्रिया में बीएलओ हर घर पहुंचेंगे और आसानी से कार्यवाही संपादित करवाएंगे। आमजन को इस कार्य के लिए कहीं भी जाने की जरूरत नहीं है। बीएलओ आपके पास खुद पहुंचेंगे। जिला निर्वाचन अधिकारी (कलक्टर) अरुण कुमार पुरोहित ने बताया कि जिले में अब तक 72.36 प्रतिशत मतदाताओं की मैपिंग की जा चुकी है। जिला प्रशासन का प्रयास यही है कि एसआईआर के अंतर्गत प्रत्येक पात्र मतदाता की मैपिंग का कार्य शत प्रतिशत पूर्ण हो। उन्होंने यह भी कहा है कि एसआईआर में लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जा सकेगी। साथ ही उन्होंने कहा है कि एक मतदाता केवल एक गणना प्रपत्र ही भर सकते हैं, जिससे मतदाता सूचियों में डुप्लिकेसी भी दूर होगी।