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उत्तर प्रदेश: गांव में हर वर्ष की तरह इस बार भी उर्स एकता, भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत संगम बना रहा
- Photo by : NCR SAMACHAR
संक्षेप
उत्तर प्रदेश: बदायूं के ग्राम भसराला में स्थित दरगाह शरीफ नसरुद्दीन दादा मियां पीर साहब का सालाना उर्स इस वर्ष भी परंपरागत तरीके से अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया।
विस्तार
उत्तर प्रदेश: बदायूं के ग्राम भसराला में स्थित दरगाह शरीफ नसरुद्दीन दादा मियां पीर साहब का सालाना उर्स इस वर्ष भी परंपरागत तरीके से अत्यंत श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। यह उर्स हर वर्ष बड़ी आस्था और भाईचारे के साथ मनाया जाता है, जिसमें दूर-दूर से आए जायरीन शामिल होकर दरगाह पर चादरपोशी करते हैं और अपने मनोकामनाओं की दुआ करते हैं। इस वर्ष भी उर्स में ग्राम भसराला सहित आसपास के गांवों के सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। खास बात यह रही कि इस मौके पर सभी धर्मों के लोगों ने एक साथ मिलकर कार्यक्रम को सफल बनाया, जिससे सांप्रदायिक सौहार्द और गंगा-जमुनी तहजीब की शानदार मिसाल देखने को मिली। कार्यक्रम में उर्स कमेटी के सभी जिम्मेदार सदस्य मौजूद रहे और उन्होंने आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। कमेटी के प्रमुख सदस्य मोहम्मद अंतन, राजा खान, मेहंदी हसन, इकरार हसन, कमरुल हसन, पुत्तन हसन, मोहम्मद उवैस सहित ग्राम प्रधान भी पूरे समय मौजूद रहे और सभी व्यवस्थाओं की निगरानी करते रहे। इस मौके पर दरगाह पर सुंदर सजावट की गई थी। श्रद्धालुओं ने चादरें चढ़ाईं, फूल अर्पित किए और दुआ की। शाम को कव्वाली और सूफियाना कलाम का आयोजन हुआ, जिसमें कलाकारों ने सूफी संतों की शान में गीत प्रस्तुत किए। श्रद्धालुओं ने झूमकर इसका आनंद लिया। गांव में उर्स के चलते मेले जैसा माहौल रहा। खाद्य सामग्री, खिलौने और अन्य सामान की दुकानों से बाजार गुलजार रहे। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों सभी ने इस अवसर का आनंद लिया। कमेटी के सदस्यों ने बताया कि यह उर्स ना केवल धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह गांव की एकता और भाईचारे का प्रतीक भी है। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं और ग्रामवासियों का धन्यवाद किया जिन्होंने कार्यक्रम को शांतिपूर्ण और सफल बनाने में सहयोग किया।