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दिल्ली: महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ली शपथ
- Photo by : social media
विस्तार
दिल्ली: गुरुवार शाम महाराष्ट्र में भव्य समारोह के दौरान देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ एकनाथ शिंदे और अजित पवार भी सरकार में शामिल हुए। शपथ लेने के बाद फडणवीस ने पहली बार प्रेस को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण बयानों के साथ अपने कार्यकाल की प्राथमिकताओं का उल्लेख किया। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "हम विपक्ष की आवाज को दबाने में विश्वास नहीं रखते। अगर विपक्ष कोई वाजिब मुद्दा उठाता है, तो हम उसे पूरी गंभीरता से सुनेंगे। इस बार हम टेस्ट मैच जैसी पारी खेलेंगे और सही समय पर सही फैसले लेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के विकास की दिशा स्पष्ट है और किसी भी योजना को बंद नहीं किया जाएगा, बल्कि चल रही योजनाओं को निरंतर आगे बढ़ाया जाएगा। फडणवीस ने यह भी स्पष्ट किया कि महाराष्ट्र का सामाजिक, बुनियादी ढांचा और औद्योगिक क्षेत्र तेजी से विकास की दिशा में बढ़ेगा। उनका कहना था कि जो योजनाएं पहले से चल रही हैं, जारी रखा जाएगा और राज्य की प्रगति के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। पद की शपथ लेने के बाद फडणवीस ने अपने सहयोगी और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे की जमकर सराहना की। फडणवीस ने कहा, "हमारे रोल भले ही बदले हैं, लेकिन हमारी दिशा और मंजिल एक ही है।" इससे यह संकेत मिलता है कि शिंदे के साथ उनकी कार्यशैली में किसी प्रकार की कोई दरार नहीं हैऔर दोनों मिलकर राज्य के विकास के लिए काम करेंगे। कैबिनेट विस्तार के सवाल पर फडणवीस ने कहा, शपथग्रहण में कोई देरी नहीं हुई है। हम महाराष्ट्र विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान 7-9 दिसंबर तक स्पीकर का चुनाव करेंगे, और शीतकालीन सत्र से पहले कैबिनेट विस्तार कर लिया जाएगा।" उन्होंने यह भी कहा कि नागपुर अधिवेशन से पहले पोर्टफोलियो का काम पूरा कर लिया जाएगा। हालांकि, उन्होंने इस बात की संभावना व्यक्त की कि नई सरकार में मंत्रिमंडल में ज्यादा बदलाव की उम्मीद कम है। इस प्रकार, देवेंद्र फडणवीस का यह बयान स्पष्ट करता है कि उनकी सरकार विपक्ष के मुद्दों का सम्मान करेगी और राज्य के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
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