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Sangam Vihar Chandan Choudhary: संगम विहार विधानसभा सीट से पूर्वांचली भाजपा प्रत्याशी चंदन कुमार चौधरी की हुई जीत
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संक्षेप
दक्षिणी दिल्ली की संगम विहार विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक दिनेश मोहनिया को हरा कर इस बार भाजपा के चंदन कुमार चौधरी ने जीत हासिल की है। दोनों के बीच 344 वोटों का अंतराल रहा। दिनेश मोहनिया को कुल 53705 वोट मिले, जबकि चंदन चौधरी को 54049 वोट मिले, वहीं कांग्रेस के हर्ष चौधरी को 15863 वोट मिले वह तीसरे स्थान पर रहे।
विस्तार
दक्षिणी दिल्ली की संगम विहार विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी के पूर्व विधायक दिनेश मोहनिया को हरा कर इस बार भाजपा के चंदन कुमार चौधरी ने जीत हासिल की है। दोनों के बीच 344 वोटों का अंतराल रहा। दिनेश मोहनिया को कुल 53705 वोट मिले, जबकि चंदन चौधरी को 54049 वोट मिले, वहीं कांग्रेस के हर्ष चौधरी को 15863 वोट मिले वह तीसरे स्थान पर रहे। संगम विहार विधानसभा सीट पर मुकाबला काफी दिलचस्प रहा। लगभग अंतिम चरण तक यह पता लगा पाना मुश्किल था की जीत किसकी होगी, क्योंकि दोनों ही पार्टियां AAP और BJP के बीच ज्यादा वोटों का फासला नहीं था, लेकिन फिर भीड़ बढ़त बनाते हुए भाजपा प्रत्याशी ने 344 वोटों से जीत हासिल की। संगम विहार के वर्तमान भाजपा विधायक चंदन चौधरी ने बहुत काम समय में बहुत बड़ी उपलब्धियां हासिल की है। महज 2 साल के अपने पार्षद कार्यकाल में उन्होंने ऐसे काम किए कि, पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव की टिकट दी और उन्होंने पहली बार में ही जीत को अपनी तरफ कर लिया। भाजपा के चंदन चौधरी पूर्वांचल है और अटकलें ये भी लगाई जा रही है कि, सभी अन्य वोटर्स के साथ साथ इन्हे अपने पूर्वांचली वोटर्स का भी भरपूर समर्थन प्राप्त हुआ, जो इनके जीत का कारण बना। संगम विहार विधानसभा सीट का गठन 2008 में हुआ था और इस सीट पर हुए पहले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के डॉ. शिवचरण लाल गुप्ता ने जीत हासिल की थी। डॉ. गुप्ता ने कांग्रेस के आमोद कुमार कंठ को 3,589 वोटों से हराया था। डॉ. गुप्ता को कुल 20,332 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 16,743 वोट मिले थे। इस प्रकार, यह चुनाव भाजपा के लिए जीत का संदेश लेकर आया था और संगम विहार में भाजपा ने अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई थी। दिल्ली संगम विहार विधानसभा सीट का गठन वर्ष 2008 में हुआ था। यहां हुए पहले चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर थी।यहां से भाजपा के डॉ. शिवचरण लाल गुप्ता ने जीत हासिल की थी। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी आमोद कुमार कंठ को 3589 वोट से हराया था। गुप्ता को कुल 20332 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी को 16743 वोट मिले थे। 2013 से लेकर 2020 तक के चुनाव परिणामों को देखा जाए तो यह स्पष्ट है कि आम आदमी पार्टी (आप) के दिनेश मोहनिया ने भाजपा के उम्मीदवार शिवचरण लाल गुप्ता को लगातार हराया। 2013 का चुनाव: इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की पहली बार एंट्री हुई थी। दिनेश मोहनिया ने भाजपा के शिवचरण लाल गुप्ता को केवल 777 वोटों से हराया। 2015 का चुनाव: इस बार मोहनिया ने गुप्ता को जोरदार मात दी और 43,988 वोटों से जीत हासिल की। दिनेश को 72,131 वोट मिले, जबकि गुप्ता को केवल 28,143 वोट मिले। 2020 का चुनाव: इस चुनाव में गुप्ता ने जेडीयू के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन फिर से दिनेश मोहनिया ने उन्हें 42,522 वोटों से हराया। मोहनिया को 75,345 वोट मिले, जबकि गुप्ता को 32,823 वोट मिले। इन तीन चुनावों के परिणाम दर्शाते हैं कि आम आदमी पार्टी और दिनेश मोहनिया का इस क्षेत्र में मजबूत दबदबा रहा है, और उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार को लगातार हराया है।
2008 में बनी थी सीट, भाजपा जीती थी।