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उत्तर प्रदेश: भाजपा जिलाध्यक्ष चुनाव में इस बार 'ऊपरी कृपा' से होगा मनोनयन, इंदिरा पैलेस में नामांकन का खेल

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उत्तर प्रदेश  Published by: Anil Kumar Prajapati , Date: 10/01/2025 10:53:20 am Share:
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  • 10/01/2025 10:53:20 am
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उत्तर प्रदेश: भारतीय जनता पार्टी भा.ज.पा. में जिलाध्यक्ष बनने की राह पर उरई का इंदिरा पैलेस शुक्रवार की सुबह एक रोचक घटनाक्रम का गवाह बनेगा। जहां पहले सरस्वती शिशु मंदिर और तुलसीधाम में जिलाध्यक्ष के चुनाव में कार्यकर्ताओं को वोट डालने का अधिकार था, वहीं अब इस बार नामांकन तो होगा, लेकिन चुनाव नहीं, बल्कि यह प्रक्रिया ‘ऊपरी कृपा’ से ही सम्पन्न होगी।इस बार भाजपा ने प्रस्तावक की अनिवार्यता खत्म कर दी है, जिसके चलते अब कोई भी इच्छुक व्यक्ति अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर सकता है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, दावेदारी की संख्या में भारी इजाफा हो सकता है, क्योंकि सभी के लिए समान अवसर दिए गए हैं। हालांकि, अंतिम निर्णय जिला कार्यकर्ताओं का नहीं, बल्कि लखनऊ से होगा। पूर्व जिलाध्यक्षों और संभावित दावेदारों की सूची में उर्विजा दीक्षित, रामेन्द्र सिंह सेंगर, नागेंद्र गुप्ता, उदयन पालीवाल, मनोज राजपूत, विवेक कुशवाहा, हरेंद्र विक्रम सिंह, देवेंद्र यादव, शैलेन्द्र पांडेय, बाबा बालकदास पाल, पूजा सेंगर, प्रीति बंसल, मनोज पालीवाल, और धीरज बाथम के नाम सामने आ रहे हैं। जातीय समीकरणों और पैरवी के आधार पर उर्विजा दीक्षित, रामेन्द्र सिंह, विवेक कुशवाहा, नागेंद्र गुप्ता, मनोज राजपूत, और उदयन पालीवाल का दावा फिलहाल सबसे मजबूत माना जा रहा है। राजनीतिक अनुमानों और विभिन्न दावेदारों के बीच गहरे समीकरणों के चलते यह चुनाव एक दिलचस्प मोड़ पर आ खड़ा है। जहां पहले पैसा और पैरवी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, वहीं इस बार यह मान्यता मिल रही है कि 'विशेष कानों' को ही गांधी जी की लाठी की आवाज सुनाई देती है। जिला भाजपा के नए जिलाध्यक्ष के लिए नामांकन की प्रक्रिया के दौरान यह सवाल उठेगा कि अंततः ऊपरी स्तर से कौन चुना जाएगा।